By रितिका कमठान | Feb 01, 2024
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वर्ष 2024-25 का बजट संसद में पेश कर दिया है। इस बजट को बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि ये लोकसभा चुनाव से पहले अंतिम और अंतरिम बजट है। इस बजट को पेश करने के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में केंद्र की मोदी सरकार की बीते 10 वर्षों की उपलब्धियों को गिनाया है। इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य के क्षेत्र में कई योजनाओं की घोषणा भी की है ताकि देश का हेल्थ सेक्टर अधिक विकास कर सके।
इस वर्ष वित्त मंत्री ने आयुष्मान भारत योजना का जिक्र किया जिसके अंतर्गत आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं को स्वास्थ्य सेवाएं दी जाएंगी। इस योजना का लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाने के उद्देश्य से काम किया जाएगा। इसके साथ ही महिलाओं के लिए मातृ और शिशु देखभाल के लिए भी योजनाएं चलाई जाएंगी, जिसके तहत बच्चों की देखभाल समेत, पौष्टिक भोजन में सुधार किए जाने जैसे कदम उठाए जाएंगे। इस योजना के जरिए बच्चों को उच्च गुणवत्ता का पोषण दिए जाने पर फोकस होगा। कुपोषण की समस्या से बचाव करने पर भी काम होगा।
लागू होगी इंद्रधनुष योजना
बच्चों की सेहत को लेकर केंद्र सरकार ने खास यौजना पर काम किया है। बच्चों में पोषण की कमी को दूर करने के उद्देश्य से देश भर में इंद्रधनुष योजना चलाई जाएगी, जिसके तहत देशभर में बच्चों का निशुल्क टीकाकरण किया जाएगा। बच्चों में टीकाकरण की इस योजना से उनका स्वास्थ्य बेहतर होगा। टीकाकरण बच्चों को बैक्टीरियल और वायरस से होने वाली बीमारियों से बचाव करेगा। योजना के संबंध में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मिशन ‘इंद्रधनुष’ के तहत टीकाकरण के प्रबंधन और प्रयासों को तेज करने के लिए नवनिर्मित ‘यू-विन’ प्लेटफॉर्म को देशभर में तेजी से शुरू किया जाएगा।
सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए कदम
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम के लिए भी टीकाकरण पर जोर दिया जाएगा। इसके तहत सर्वाइकल कैंसर से बचाव करने के उद्देश्य से एचपीवी वैक्सीन उपलब्ध कराई जाएगी। सर्वाइकल कैंसर के बढ़ते मामलों पर लगाम लगाने के उद्देश्य से ये टीकाकरण योजना लाभदायक सिद्ध हो सकेगी।
मेडिकल कॉलेज पर भी फोकस
एक फरवरी केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बृहस्पतिवार को 2024-25 के लिए अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा कि सरकार की योजना मौजूदा अस्पताल अवसंरचना का इस्तेमाल करते हुए और अधिक मेडिकल कॉलेज खोलने की है और इस विषय पर अध्ययन के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा। सरकार गर्भाशय कैंसर पर रोकथाम के लिए 9 से 14 साल की आयुवर्ग की लड़कियों के लिए टीकाकरण को प्रोत्साहन देगी। उन्होंने कहा, ‘‘बेहतर पोषण वितरण, शिशुओं की प्रारंभिक देखभाल और विकास के लिए सक्षम आंगनवाड़ी और पोषण 2.0 के तहत आंगनवाड़ी केंद्रों के उन्नयन में तेजी लाई जाएगी।’’ मंत्री ने कहा, ‘‘सभी आशा कार्यकर्ताओं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायकों को आयुष्मान भारत के तहत स्वास्थ्य देखभाल के दायरे में लिया जाएगा।