By कंचन सिंह | Jul 10, 2020
अलसी जिसे तीसी या फ्लैक्स सीड भी कहा जाता है सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। डिलीवरी के बाद अक्सर महिलाओं को अलसी के लड्डू दिए जाते हैं जिससे उन्हें एनर्जी मिलती है। अलसी सेहत के लिए बहुत ही फायदेमंद होती है। विशेषज्ञों के मुताबिक, यह कई तरह की बीमारियों से बचाने में कारगर है। चलिए आपको बताते हैं फ्लैक्स सीड के फायदे और उपयोग का तरीका।
अलसी में पोषक तत्व
एक चम्मच (7 ग्राम) पिसी हुई अलसी में 1.28 ग्राम प्रोटीन, 2.95 ग्राम फैट, 2.02 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 1.91 ग्राम फाइबर, 17.8 मि.ग्रा कैल्शियम, 27.4 मि.ग्रा मैग्नीशियम, 44.9 मि.ग्रा फास्फोरस, 56.9 मि.ग्रा पोटैशियम, 6.09 माइक्रोग्राम फोलेट और 45.6 माइक्रोग्राम ल्यूटिन और जीएक्सेंथिन होता है।
इन बीमारियों से बचाती है अलसी।
हाई ब्लड प्रेशर में फायदेमंद
एक रिसर्च के मुताबिक, अलसी में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड, लिग्नैंस और डायट्री फाइबर हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, बीपी की समस्या से जूझ रहे मरीजों को अलसी का बीज खाना चाहिए, इससे उनका ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहेगा।
डायबिटीज करे कंट्रोल
अलसी के गुणों पर की गई एक स्टडी के मुताबिक, इसमें फाइबर और म्यूसिलेज नामक तत्व होता है जो शरीर में इंसुलिन की मात्रा को नियंत्रित करते हैं। अलसी को एंटीडायबिटिक माना गया है यानी यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है।
दिल की सेहत का ख्याल
अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के अनुसार, फाइबर और ओमेगा-3 की अधिक मात्रा डायट में शामिल करने से दिल की सेहत दुरुस्त रहती है और लिगनेन नामक तत्व ह्रदय रोगों से बचाता है। ये सारी चीज़ें अलसी में होती है, इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स थोड़ी मात्रा में रोजाना की डायट में अलसी को शामिल करने की सलाह देते हैं।
कोलेस्ट्रॉल कम करता है
अलसी में फाइटोस्टेरोल होता है जो आंत में कोलेस्ट्रॉल को अब्जॉर्व होने से रोकता है। अलसी बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रित करने में भी मददगार है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अलसी के सेवन से कोलेस्ट्रॉल लेवल कम हो जाता है जिससे आपको दिल की बीमारियां होने का खतरा भी कम हो जाता है।
महिलाएं के लिए फायदेमंद
अक्सर डिलीवरी के बाद महिलाओं को असली और गोंद के लडूड् दिए जाते हैं यह शरीर को बहुत ताकत देती है। चूकि अलसी की तासीर गर्म होती है इसलिए विशेषज्ञ ठंड में अलसी के लडूड खाने की सलाह देते हैं इससे सर्दी-खांसी और जोड़ों के दर्द से राहत मिलती है। इसके अलावा 2007 में हुए एक अध्ययन के मुताबिक, महिलाओं में मेनोपॉज के दौरान होने वाली हॉट फ्लैशेज की समस्या को कम करने में अलसी से मदद मिलती है।
आर्थराइटिस में उपयोगी
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक, जोड़ों में दर्द और अकड़न की समस्या है तो अलसी खाने से राहत मिल सकती है। कुछ विशेषज्ञों के मुताबिक, रुमेटाइड आर्थराइटिस, लुपस आदि बीमारियों में भी अलसी खाने से आराम मिलती है।
कैसे करें अलसी का उपयोग?
- अलसी के बीज को साबूत खाने की बजाय इसका पाउडर बनाकर खाएं, क्योंकि बीच का सेवन करने पर आंत इसके पोषक तत्वों को अब्जॉर्व नहीं कर पाती है।
- अलसी को थोड़ा सा भूनकर उसका पाउडर बनाकर रख लें और रोज़ाना 1-2 चम्चम इसका सेवन करें। इसके पाउडर में नमक, लहसुन और हरी मिर्च मिलाकर आप इसकी चटनी भी बना सकते हैं।
- कभी भी अलसी को कच्चा न खाएं इससे पाचन संबंधी समस्या हो सकती है और अलसी खाने के बाद पर्याप्त पानी ज़रूर पीएं।
- अलसी को पीसकर उसमें ड्राय फ्रूट्स, गुड़ और मूंगफली मिलाकर लड्डू भी बना सकते हैं, लेकिन रोज़ाना 1-2 लड्डू से ज्यादा न खाएं।
- यदि आप मूंग दाल या कोई भी हेल्दी चीला बना रही हैं तो उसमें 1 चम्मच अलसी के बीच मिक्स कर सकती हैं।
- कंचन सिंह