By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 27, 2021
नयी दिल्ली। कोरोना वायरस के मामलों में तेज बढ़ोतरी के बीच रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी में कथित संलिप्तता के लिए दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने बताया कि दक्षिणी दिल्ली में तीन लोगों को पकड़ा गया जबकि पश्चिमी दिल्ली में भी दो लोगों को गिरफ्तार किया गया। उन्होंने बताया कि दक्षिणी दिल्ली में रविवार को गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान पटपड़गंज निवासी लिखित गुप्ता (30), दरियागंज में रहने वाले आकाश वर्मा (23) और गीता कॉलोनी के निवासी अनुज जैन (40) के तौर पर हुई। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण) अतुल कुमार ठाकुर ने बताया, ‘‘इंडिया हैबिटैट सेंटर, लोधी रोड के पास एक कार की तलाशी ली गयी। जांच करने पर गुप्ता और वर्मा के पास से रेमडेसिविर इंजेक्शन की चार शीशियां मिलीं।’’
अधिकारी ने बताया कि पकड़े गए लोगों ने पुलिस को बताया कि वे जरूरतमंद लोगों को एक शीशी 70,000 रुपये में बेचते थे। उन्होंने बताया कि ये दोनों आरोपी जैन से उच्च दाम पर ये इंजेक्शन खरीदते थे। बाद में, जैन को इंजेक्शन की तीन शीशियों के साथ गिरफ्तार किया गया, जिन्हें वह वर्मा को बेचने लाया था। पुलिस ने बताया कि गुप्ता की दरियागंज और जैन की चांदनी चौक में दवाओं की एक दुकान है। वर्मा की गहनों की दुकान है। उन्होंने बताया कि उनके पास से रेमडेसिविर इंजेक्शन की कुल सात शीशियां और एक कार बरामद की गई है। पुलिस ने रेमडेसिविर दवा की कथित कालाबाजारी के लिए पश्चिमी दिल्ली में भी दो लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया कि तिलक नगर थाने के कर्मियों को मिली गुप्त सूचना के बाद रविवार को गुरप्रीत सिंह (29) और अनुज जायसवाल (30) को गिरफ्तार किया गया। सिंह मायापुरी में कल-पूर्जे का व्यापार करता है जबकि जायसवाल कृष्णानगर में एक अस्पताल में काम करता है। दोनों के पास से रेमडेसिविर की दो शीशियां बरामद की गई हैं।