By सुयश भट्ट | Jun 16, 2021
भोपाल। मध्यप्रदेश में अभी तक कोरोना से ठीक होने के बाद मरीजों में ब्लैक, व्हाइट, येलो और क्रीम फंगस के मिलने की खबर सामने आ रही थी। लेकिन अब प्रदेश के इंदौर में ब्लैक फंगस के बाद ग्रीन फंगस से ग्रसित एक मरीज की पुष्टी हुई है। शहर के एक युवक में कोरोना संक्रमण से ठीक होने के डेढ़ महीने बाद फेफड़ों व साइनस में 4 एसपरजिलस फंगस मिला। इसे ग्रीन फंगस कहते हैं।
दरअसल 34 वर्षीय विशाल श्रीधर का अस्पताल में पिछले दो माह से इलाज चल रहा था। जिसके फेफड़े में 90 फीसदी फैल चुका था, लेकिन दो महीने तक चले इलाज के बाद मरीज को अस्पताल से छुट्टी कर दी गई। 10 दिनों के बाद मरीज की हालत फिर से बिगड़ने लगी। उसके दाएं फेफड़े में मवाद भर गया था। और उसके फेफड़े और साइनस में एसपरजिलस फंगस हुआ था। विशेषज्ञों के मुताबिक ग्रीन फंगस, ब्लैक फंगस से ज्यादा खतरनाक है।
बता दें कि मरीज के ठीक होने के डेढ महीने बाद भी बुखार 103 डिग्री से कम नहीं हो रहा था। जिसके बाद उसके फेफड़ों व साइनस में एसरपरजिलस फंगस मिलने के बाद उसका अलग ट्रीटमेंट किया गया। युवक के दांए फेफड़ों में पस भर गया था जिसे अस्पताल में निकाला गया। इस मरीज को कोविड ट्रीटमेंट के दौरान अस्पताल में भर्ती रहने पर रेमडेसिविर, टासलीजुमैब और प्लाज्मा तक दिया गया था। मरीज के फेफड़ों में ज्यादा संक्रमण होने के कारण उसे एयरलिफ्ट कर हिंदुजा अस्पताल मुंबई भेजा गया है।