By अभिनय आकाश | Aug 04, 2022
अंतिम प्रभा का है हमारा विक्रमी संवत यहां, है किन्तु औरों का उदय इतना पुराना भी कहां? ईसा, मुहम्मद आदि का जग में न था तब भी पता, कब की हमारी सभ्यता है, कौन सकता है बता?
राष्ट्रकवि मैथिलिशरण गुप्त की ये कविता की पंक्तियां हमें अपने गौरवशाली अतीत की याद दिलाती हैं। भारत अपने 75वें स्वतंत्रता दिवस को "आजादी का अमृत महोत्सव" के रूप में मना रहा है। आज से 75 साल पहले अंग्रेज भारत को छोड़कर गए और हमें आजादी मिली। लेकिन आज आपको आज यानी 4 अगस्त से जुड़ी घटना के बारे में बताते हैं जिन दिव आजाद भारत की बागडोर किन लोगों के हाथों में होगी ये तय हुआ था। चार अगस्त, 1947 ही वो तारीख है, जब यह तय हुआ कि आजाद भारत की बागडोर किन लोगों के हाथ में होगी। पंडित नेहरू ने इसी दिन लॉर्ड माउंटबेटन को कैबिनेट मंत्रियों की सूची भेजी थी।
आजाद भारत कैसा होगा, इसकी झलक इस सूची से मिलती है। सूची में हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई सभी को जगह दी गई थी। माउंटबेटन को मंत्रिमंडल की सूची सौंपने के बाद 15 अगस्त को का शपथग्रहण हुआ। देश को आधुनिक भारत बनाने की सोच के साथ राजेंद्र प्रसाद, मैलाना आजाद, श्याम प्रसाद मुखर्जी, पटेल, अम्बेडकर सहित अन्य लोगों को अपनी कैबिनेट में स्थान दिया। चौदह मंत्रियों को देश के मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। प्रधान मंत्री जवाहरलाल नेहरू ने विदेश मामलों और वैज्ञानिक अनुसंधान का अतिरिक्त प्रभार संभाला।
ये था नेहरू का मंत्रिमंडल
जवाहर लाल नेहरू, प्रधानमंत्री
सरदार बल्लभ भाई पटेल, गृह मंत्री, सूचना व प्रसारण मंत्री
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, खाद्य एवं कृषि मंत्री
डॉ. अबुल कलाम आजाद, शिक्षा मंत्री
डॉ. जॉन मथाई, रेलवे एवं परिवहन मंत्री
सरदार बलदेव सिंह, रक्षा मंत्री
आर. के. शणमुखम शेट्टी, वित्त मंत्री
डॉ. बी आर अम्बेडकर, विधि मंत्री
जगजीवन राम, श्रम मंत्री
राजकुमारी अमृत कौर, स्वास्थ्य मंत्री
सी. एच. भाभा, वाणिज्य मंत्री
रफी अहमद किदवई, संचार मंत्री
डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी, उद्योग एवं आपूर्ति मंत्री
वी. एन. गाडगिल, कार्य, खनन एवं ऊर्जा