By अनुराग गुप्ता | Sep 27, 2021
नयी दिल्ली। केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का पिछले 10 महीने से आंदोलन जारी है। इसी बीच आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा ने 27 सितंबर को 'भारत बंद' का आह्वान किया है जिसका असर दिखाई दे रहा है। वहीं कांग्रेस समेत कई राजनीतिक दलों ने किसान संगठन द्वारा बुलाए गए भारत बंद का समर्थन किया है। देश के विभिन्न हिस्सों विशेष रूप से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसानों से मिलने पहुंचे कांग्रेस नेता वहीं गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों से मिलने के लिए दिल्ली कांग्रेस प्रमुख अनिल चौधरी समेत कई पार्टी पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहुंचे। इस दौरान अनिल चौधरी ने कहा कि मैं उनकी स्थिति को समझ सकता हूं। यह किसानों का मसला है, कांग्रेस सड़कों पर उतरेगी। अगर किसान हमें यहां से जाने को कहेंगे तो हम वापस चले जाएंगे। हम यहां किसानों के लिए आए हैं, कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं है।
भारतीय किसान यूनियन के नेता प्रवीण मलिक ने कांग्रेस नेता का जिक्र करते हुए बताया कि हमने उनके समर्थन के लिए उन्हें धन्यवाद कहा लेकिन हमारा एक गैर-राजनीतिक विरोध मंच है और हमने पहले ही घोषणा की थी कि हम अपने मंच पर राजनीतिक दलों को अनुमति नहीं देंगे। इसलिए हमने उनसे अनुरोध किया कि वे हमारे विरोध स्थल से थोड़ी दूर पर विरोध करें।