By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Apr 27, 2022
कराची। पाकिस्तान की आर्थिक राजधानी स्थित कराची विश्वविद्यालय में मंगलवार को बुर्का पहने एक महिला आत्मघाती हमलावर ने एक कार को विस्फोट से उड़ा दिया जिसमें तीन चीनी नागरिकों और उनके पाकिस्तानी चालक की मौत हो गई। विश्वविद्यालय में कन्फ्यूशियस इंस्टिट्यूट के पास हुए इस हमले की जिम्मेदारी बलूच लिबरेशन आर्मी ने ली है। इस संस्थान में चीनी की शिक्षा दी जाती है। इस संबंध में विश्वविद्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि मरने वालों में तीन चीनी नागरिक शामिल हैं जिनकी पहचान कन्फ्यूशियस इंस्टिट्यूट के निदेशक हुआंग गुइपिंग, डिंग मुपेंग, चेन सा और पाकिस्तानी चालक खालिद के रूप में हुई है।
प्रवक्ता ने कहा कि विस्फोट में वांग युकिंग और हामिद नामक दो अन्य लोग घायल हुए हैं। डॉन अखबार की खबर के मुताबिक, आतंकवाद रोधी विभाग के अधिकारी राजा उमर खत्ताब ने कहा कि आत्मघाती हमला एक महिला ने किया। उन्होंने कहा कि वैन की सुरक्षा में रेंजर्स की एक टीम तैनात थी। मोटरसाइकिल पर वैन के पीछे सवार चार रेंजर्स कर्मी भी घायल हो गए, हालांकि उनकी हालत स्थिर है। हमले की सीसीटीवी फुटेज में बुर्का पहने एक महिला कन्फ्यूशियस इंस्टिट्यूट के प्रवेश द्वार के बाहर खड़ी दिखाई देती है। अखबार ने कहा कि जैसे ही वैन संस्थान के प्रवेश द्वार के पास पहुंची, महिला ने खुद को विस्फोट से उड़ा दिया। कराची के पुलिस प्रमुख गुलाम नबी मेमन ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि शिक्षकों को निशाना बनाया गया। यह पूछे जाने पर कि क्या हमले से पहले धमकी दी गई थी, वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि हमेशा एक खतरा रहता है।’’
इससे पहले इस विस्फोट को लेकर परस्पर विरोधी खबरें आ रही थीं। पुलिस अधिकारी मुकद्दस हैदर ने कहा कि विस्फोट (संस्थान के)प्रवेश द्वार पर वैन के दाईं ओर हुआ। विस्फोट की प्रकृति के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगा। हैदर ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया जा रहा है और विस्फोट की प्रकृति की पुष्टि बम निरोधक दस्ते द्वारा रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद ही होगी। उर्दू के अखबार ‘जंग’ ने बताया कि जिस समय विस्फोट हुआ, उस समय वैन गेस्ट हाउस से उन विदेशी नागरिकों को ला रही थी जो कराची विश्वविद्यालय में आईबीए संस्थान में चीनी पढ़ाते थे। सोशल मीडिया पर आए वीडियो में विस्फोट की शिकार हुई वैन आग से जलकर पूरी तरह नष्ट होती दिखाई देती है तथा पुलिस और अर्धसैनिक बल के कर्मी वहां पहुंचकर इलाके की घेराबंदी करते दिखाई देते हैं। सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने आतंकवाद रोधी विभाग और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (पूर्वी) को तुरंत घटनास्थल पर पहुंचने का निर्देश दिया। उन्होंने कराची आयुक्त से रिपोर्ट देने को भी कहा। बाद में वह चीनी वाणिज्य दूतावास पहुंचे जहां उन्होंने महावाणिज्य दूत ली बिजियान को विस्फोट के बारे में जानकारी दी। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री ने चीनी अधिकारी को आश्वासन दिया कि घटना की पूरी जांच की जाएगी।
शाह ने कहा, घटना में शामिल लोगों को न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। हम देश और प्रांत में चीनी विशेषज्ञों द्वारा दी गई सेवाओं को महत्व देते हैं। उन्होंने कहा, कुछ तत्वों को दोनों देशों के बीच साझेदारी पसंद नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि घटना में शामिल लोगों से सख्ती से निपटा जाएगा। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने विस्फोट पर दुख व्यक्त किया और शाह को ऐसी घटनाओं से निपटने में केंद्र की पूरी मदद एवं सहयोग का आश्वासन दिया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, प्रधानमंत्री ने कहा कि आतंकवादी पाकिस्तान के दुश्मन हैं। उन्होंने सामूहिक प्रयासों और एकता के माध्यम से शेष आतंकवादियों को खत्म करने की कसम खाई। उन्होंने घायलों को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दिया।
शहबाज ने ट्विटर पर कहा, शोकसंतप्त परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं। मैं आतंकवाद के इस कायराना कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं। अपराधियों को निश्चित रूप से न्याय के कठघरे में लाया जाएगा। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने भी हमले की निंदा की। उन्होंने कहा, सिंध पुलिस जल्द ही घटना की तह तक जाएगी और दोषियों को दंडित किया जाएगा।’’ उन्होंने चीनी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाने का आह्वान किया। विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने हमले की निंदा की और मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने कहा, हम कराची में निंदनीय आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करते हैं जिसमें कन्फ्यूशियस इंस्टिट्यूट में काम करने वाले चीनी नागरिकों सहित निर्दोष लोगों की जान चली गई।
विदेश कार्यालय ने कहा कि कायराना घटना पाकिस्तान-चीन की दोस्ती और चल रहे सहयोग पर सीधा हमला है। इसने कहा, पाकिस्तान और चीन करीबी दोस्त तथा भाई हैं। पाकिस्तान, अपने यहां चीनी नागरिकों, परियोजनाओं और संस्थानों की सुरक्षा को बहुत महत्व देता है। यह पहली बार नहीं है जब कराची में चीनी नागरिक उग्रवादियों के हमलों का निशाना बने हैं, जो पाकिस्तान का सबसे बड़ा शहर और आर्थिक केंद्र है। पिछले साल जुलाई में, कराची के एक औद्योगिक क्षेत्र में मोटरसाइकिल पर सवार नकाबपोश हथियारबंद लोगों ने दो चीनी नागरिकों को ले जा रहे एक वाहन पर गोलियां चलाई थीं जिससे उनमें से एक चीनी नागरिक गंभीर रूप से घायल हो गया था। उसी महीने, लगभग एक दर्जन चीनी इंजीनियर तब मारे गए थे जब उत्तर पश्चिमी पाकिस्तान के पर्वतीय क्षेत्र में एक बांध परियोजना के पास निर्माण श्रमिकों को ले जा रही एक बस पर हमला किया गया था।
नवंबर 2018में, बलूच उग्रवादियों ने कराची में चीनी वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था, लेकिन सुरक्षा बाधा को तोड़ने में विफल रहे थे। हमलावरों में से तीन मौके पर ही मारे गए थे। अशांत बलूचिस्तान प्रांत के अलगाववादी समूहों ने उन चीनी नागरिकों पर अनेक हमले करने का दावा किया है जो 60 अरब डॉलर की लागत वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे से जुड़ी परियोजनाओं के चलते पाकिस्तान के विभिन्न हिस्सों में बड़ी संख्या में काम करते हैं, विशेष रूप से बलूचिस्तान और कराची में। चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे के तहत चल रहीं कई परियोजनाओं में हजारों चीनी नागरिक पाकिस्तान में काम कर रहे हैं।