इस बार यूरोपीय टीम घर ले जाएगी विश्व कप का खिताब

By दीपक मिश्रा | Jul 09, 2018

फीफा विश्व कप 2018 सेमीफाइनल के पड़ाव पर पहुंच चुका है। पिछले 88 वर्षों के इतिहास में हर बार विश्व कप के खिताब की जंग यूरोपीय और लैटिन अमेरिकी टीमों के बीच ही रही है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में यूरोपीय टीम ने काफी शानदार प्रदर्शन किया है। जिसकी वजह से लैटिन अमेरिकी टीम विश्व कप जीतने के खिताब में थोड़ा पीछे होते जा रही है। हालांकि इस बार सभी लैटिन अमेरिकी टीमें विश्व कप से बाहर हो चुकी है और इस बार चारों यूरोपीय टीमों ने सेमीफाइनल में जगह बनाई है। इस बार टूर्नामेंट में लैटिन अमेरिकी टीमों की तरफ से मेसी, नेमार और लुइस सुआरेज जैसे सितारें खेल रहे थे। जिसकी वजह से लैटिन अमेरिकी टीमों को विश्व कप जीतने का प्रमुख दावेदार माना जा रहा था। आपको बता दें कि 2002 के बाद से लैटिन अमेरिकी टीम का विश्व कप जीतने का सूखा 2002 से जारी है। जहां आखिरी बार 2002 में ब्राजील ने खिताब अपने नाम किया था। 

 

2002 विश्व कप के बाद से लैटिन अमेरिकी टीम नहीं बनी विजेता 

 

इस बार के विश्व कप के सेमीफाइनल में फ्रांस, इंग्लैंड, क्रोएशिया और बेल्जियम जैसे टीमें सेमीफाइनल में जगह बना चुकी है। जाहिर है इस बार सभी लैटिन अमेरिकी टीमें विश्व कप से बाहर हो चुकी हैं। जिसकी वजह से इस बार यह तो यह है कि यह खिताब यूरोपीय टीम ही अपने साथ ले जाएगी। अगर बात की जाए इस विश्व कप जीतने की सबसे प्रमुख दावेदार की जिसमें इंग्लैंड का नाम सबसे ऊपर आ रहा है। 2000 के बाद से अब तक चार विश्व कप नतीजा आ चुका है। जहां 2002 में विश्व कप को ब्राजील घर लेकर गई थी। वहीं 2006 में इटली ने विश्व कप पर कब्जा जताया था। 2010 का विश्व कप स्पेन के नाम रहा जहां उन्होंने फाइनल में नीदरलैंड को हराकर खिताब अपने नाम किया। 2014 में जर्मनी ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए अर्जेंटीना को हराकर खिताब जीतने का सपना पूरा किया था। जाहिर है इस बार विश्व कप में चार यूरोपीय टीम आमने-सामने हैं। जहां फ्रांस और इंग्लैंड एक-एक बार विश्व कप जीत चुके हैं। वहीं बेल्जियम और क्रोएशिया खिताब जीतकर विश्व कप चैंपियन बनने की राह में अपना खाता खोलना चाहेंगे। 

 

-दीपक मिश्रा

प्रमुख खबरें

Jammu and Kashmir के विकास में रहा था Manmohan Singh का विशेष योगदान, फारूक अब्दुल्ला , महबूबा मुफ्ती, उमर अब्दुल्ला सहित कश्मीरी नेताओं ने किया याद

Delhi Rain| लगातार बारिश के कारण दिल्ली में जलभराव, यातायात जाम

Pakistan के साथ रिश्ते बेहतर करना चाहते थे मनमोहन, लेकिन...पूर्व डिप्टी एनएसए ने जानें क्या कहा

भागवत को क्यों दी जा रही है धर्म गुरु नहीं बनने की नसीहत