By विजयेन्दर शर्मा | Nov 28, 2021
शिमला । उपचुनावों में मिली करारी हार के बाद कर्मचारियों को जेसीसी की बैठक आयोजित करके लॉलीपॉप देने की कोशिश भाजपा सरकार ने की है लेकिन इस बैठक में भी भाजपा सरकार का कर्मचारी विरोध चेहरा ही सामने आया है।
प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने आज कहा कि भाजपा सरकार 2022 के विधानसभा चुनावों में हार के खतरे को सामने देख नाकाम कोशिश कर रही है।यह भाजपा की मजबूरी है लेकिन प्रदेश का प्रवुद्ध कर्मचारी वर्ग भाजपा की इस जुमलेवाज़ी को समझ चुका है।
दीपक शर्मा ने कहा कि सरकार कर्मचारियों के मुख्य मुद्दों से भटक चुकी है।कर्मचारी ओपीएस की बहाली, सेवानिवृत्ति की आयु में एकरूपता लाना, कॉन्ट्रैक्ट की जगह रेगुलर नौकरियां देना, आउटसोर्स, सोसाइटी एवम प्रोजेक्टों में काम कर रहे कर्मचारियों के लिए स्थायी-व्यवहारिक नीति बनाना,पंजाब की तर्ज पर सभी भत्ते देना आदि मांगों का समाधान चाहते हैं लेकिन इन सब अहम विषयों पर सरकार ने कोई चर्चा तक करना उचित नहीं समझा।
दीपक शर्मा ने कहा कि सरकार ने अपने चार साल के कार्यकाल में अंतिम वर्ष में यह बैठक बुला कर मात्र कर्मचारियों को छलने का काम किया है।कर्मचारी सरकार के इस रवैये से आहत है और रोष में है।दीपक शर्मा ने कहा कि हज़ारों कर्मचारियों को नुकसान पहुंचा कर अब जिस तरह से पेस्केल देने की घोषणा की गई है यह कोई अहसान नहीं है बल्कि देरी से लिया गया फ़ैसला है।
दीपक शर्मा ने कहा कि भाजपा सरकार ने हर वर्ग को धोखा दिया है और मात्र जुमलेवाज़ी करके ठगने की कोशिश की है।जनता भाजपा की इस जुमलेवाज़ी को समझ चुकी है और चारों उपचुनावों में करारा जबाब दे चुकी है।उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनावों में भी भाजपा को सत्ता से बाहर करने का जनता मन बना चुकी है।भाजपा अब जनता को ठगने की नाकाम कोशिश कर रही है लेकिन प्रदेश की प्रवुद्ध जनता अब भाजपा के झांसे में आने वाली नहीं है।भाजपा जितने मर्ज़ी जुमले घड़ ले और लॉलीपॉप देने की घोषणाएं कर ले जनता भाजपा के झांसे में आने वाली नहीं है।