भोपाल। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद विष्णुदत्त शर्मा ने केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड की रिपोर्ट में गंभीर जानकारी सामने आने के बाद पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनके सहयोगियों पर भी एफआईआर दर्ज कराने की मांग चुनाव आयोग से की है। उन्होंने कहा कि केन्द्रीय चुनाव आयोग द्वारा राज्य चुनाव अधिकारी को भेजे गए पत्र में जिन अधिकारियों और कुछ अन्य लोगों के विरूद्ध एफआईआर का निर्देश दिया गया है, उनमें कुछ अधिकारी, कमलनाथ के निकटवर्ती कारोबारी और रिश्तेदार शामिल है। इसलिए कमलनाथ इस गंभीर अपराध से बच नहीं सकते। चुनाव आयोग को चाहिए कि वे ऐसे सभी लोगों का चुनाव शून्य घोषित करें जिन्होंने कालेधन के बलबूते पर चुनाव को प्रभावित करने का काम किया है।
उन्होंने कही कि 2019 के चुनाव से ठीक पहले आयकर के छापों में जो भारी भरकम राशि जप्त हुई थी और जिस राशि के ट्रांजेक्शन की राशि बाहर आयी थी, उसका संबंध कांग्रेस कार्यालय और कमलनाथ से सीधे जुड़ता है। केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड की रिपोर्ट बेहद गंभीर है, इसलिए इसमें किसी को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए। जब कमलनाथ के भांजे रतुल पुरी और दाहिने हाथ मिगलानी और कक्कड़ की भूमिका स्पष्ट हो रही है तो स्वभाविक है वे किसके लिए काम कर रहे थे। इसलिए चुनाव आयोग को चाहिए कि वे कमलनाथ पर भी एफआईआर दर्ज करने के निर्देश जारी करें।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने उम्मीद जतायी है कि इस पूरे मामले पर कानून अपना काम पारदर्शिता के साथ करेगा। जिसके कारण कोई भी अधिकारी और नेता कालेधन के इस कारोबार के अपराध से बच नहीं पायेगा। उन्होंने कमलनाथ को सलाह दी है कि यदि उनके अंदर थोडी भी नैतिकता है तो उन्हें अपने इस कृत्य के लिए मध्यप्रदेश के लोगों से माफी मांगना चाहिए और नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए।