By अंकित सिंह | Oct 08, 2024
मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र सिंह को मनी लॉन्ड्रिंग से संबंधित एक मामले में पेश होने के लिए प्रवर्तन निदेशालय से समन मिला है। मेघचंद्र के वकील, मणिपुर उच्च न्यायालय के वकील और एआईसीसी के कार्यकारी सदस्य, कानून विभाग, निंगोम्बम बुपेंडा मैतेई ने बताया कि चूंकि उन्हें आज (7 अक्टूबर) समन प्राप्त हुआ है और देखा है और उन्हें उसी दिन नई दिल्ली में व्यक्तिगत रूप से पेश होने के लिए कहा गया है। उसके लिए ऐसा करना असंभव है।
यह समन विभाग में सहायक निदेशक अमित कुमार द्वारा जारी किया गया था। और इसमें कहा गया है कि मैं उपर्युक्त/कथित मामले में पीएमएलए, 2002 के तहत जांच या कार्यवाही के संबंध में साक्ष्य देने और रिकॉर्ड पेश करने के लिए एल केसलियाम कुल्लाबिधु सिंह के पुत्र कीशम मेघचंद्र सिंह की व्यक्तिगत उपस्थिति को आवश्यक मानता हूं। इसलिए, अब, पीएमएलए, 2002 की धारा 50 की उपधारा (2) और उपधारा (3) के तहत मुझे प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग कर रहा हूं। मैं चाहता हूं कि केशम मेघचंद्र सिंह 07/10/2024 को सुबह 10:30 बजे बताए गए पते पर मेरे कार्यालय में व्यक्तिगत रूप से मेरे सामने उपस्थित होकर सबूत दें और पीएमएलए के तहत जांच या कार्यवाही के संबंध में अनुबंध में बताए अनुसार रिकॉर्ड पेश करें।
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर लिखा कि विधायक और मणिपुर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के. मेघचंद्र सिंह लगातार निर्भीक और आक्रामक तरीके से प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री, मणिपुर के मुख्यमंत्री और भाजपा के खिलाफ बोल रहे हैं और उनके तौर-तरीकों को उजागर कर रहे हैं। मई 2023 से मणिपुर को तबाह कर दिया। उन्होंने कहा कि आज उन्हें ईडी से समन मिला है। यह प्रतिशोध, प्रतिशोध, उत्पीड़न और बदले की राजनीति के अलावा और कुछ नहीं है। यह कार्रवाई राज्य में केंद्र सरकार की भारी विफलताओं को छुपाने के लिए है- यह श्री नरेंद्र मोदी के राज्य का दौरा करने से इनकार करने में परिलक्षित होता है क्योंकि 17 महीने पहले विस्फोट हुआ था। जो डरते हैं वो डराते हैं। कांग्रेस कभी चुप नहीं बैठेगी।