Maldives Controversy: भारत सरकार के बाद इस ट्रैवल कंपनी ने निकाला मालदीव पर गुस्सा, बंद कर दी सभी फ्लाइट्स

By रितिका कमठान | Jan 08, 2024

मालदीव के मंत्रियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कई आपत्तिजनक टिप्पणियां की थी। इस मामले पर भारत सरकार ने सख्त रुख अपनाया, जिसके बाद मालदीव सरकार को अपमानजनक शब्द उपयोग करने वाले अपने नेताओं को निलंबित करना पड़ा था। इसी बीच अब ट्रैवल एंड टूरिज्म कंपनी ईज माय ट्रिप ने भी इस मामले को देखते हुए बड़ा फैसला लिया है। देश की दिग्गज ट्रैवल कंपनी ने सभी फ्लाइट्स बुकिंग को रद्द कर दिया है। कंपनी के को फाउंडर निशांत पिट्टी ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए ये जानकारी दी है कि मालदीव की फ्लाइट्स को रद्द किया गया है। उन्होंने कहा कि देश की एकजुटता में शामिल होते हुए कंपनी ने देशहित में ये फैसला लिया है।

 

अयोध्या-लक्षद्वीप को करें प्रमोट
गौरतलब है कि ईज माई ट्रीप भारत का दूसरा बड़ा ट्रैवल पोर्टल है, जिसने पिछले साल आठ हजार करोड़ का टर्नओवर किया है। कंपनी के कोफाउंडर निशांत पिट्टी का कहना है कि ईज माई ट्रीप एक होमग्रोन कंपनी है जो पूरी तरह से मेड इन इंडिया कंपनी है। मालदीव के नेताओं द्वारा सोशल मीडिया पर जिस तरह के बयान आए हैं, उसके बाद हमने मालदीव की बुकिंग को एक्सेप्ट ना करने का फैसला किया है। बता दें कि हर वर्ष देश के तीन लाख लोग मालदीव की यात्रा पर छुट्टियां मनाने जाते है। अब ईज माई ट्रीप के जरिए पर्यटक मालदीव नहीं जा सकेंगे। हाल ही में पीएम मोदी ने दिखाया हमारे पास लक्षद्वीप जैसी जगह है जो वास्तव में मालदीव से भी बेहतर है। हम सभी एयरलाइंस से अनुरोध कर रहे हैं, लक्षद्वीप की नई कनेक्टिविटी बनाए जो देश के बड़े शहरों से जुड़े हो। लक्षद्वीप के प्रचार में कई तरह के नए पैकेज भी लॉन्च किए गए है। इसके साथ ही अयोध्या के लिए भी नए पैकेज लॉन्च किए जा रहे है। अयोध्या और लक्षद्वीन इंटरनेशनल डेस्टिनेशन बन जाए जिससे हमारा देश टूरिज्म का हब बन जाए। 

 

सस्पेंड हुए मंत्री

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के खिलाफ की गई ‘अपमानजनक’ टिप्पणियों का मुद्दा भारतीय उच्चायोग द्वारा उठाए जाने के बाद रविवार को मालदीव की सरकार ने अपने तीन उप मंत्रियों को कथित तौर पर निलंबित कर दिया। इन मंत्रियों ने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ सोशल मीडिया पर ‘‘अपमानजनक’’ टिप्पणियां की थीं। भारत के सख्त रुख के बाद मालदीव सरकार ने इन बयानों से किनारा करते हुए इसे संबंधित मंत्रियों के निजी विचार करार दिए थे। मालदीव के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘‘मालदीव की सरकार विदेशी नेताओं और उच्च पदस्थ लोगों के खिलाफ सोशल मीडिया मंचों पर की गई अपमानजनक टिप्पणियों से अवगत है। ये विचार व्यक्तिगत हैं और मालदीव की सरकार के विचारों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं।’’ 

 

विदेश मंत्रालय के बयान के मुताबिक, मालदीव सरकार का मानना है कि अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का इस्तेमाल लोकतांत्रिक और जिम्मेदाराना तरीके से किया जाना चाहिए, इनसे घृणा तथा नकारात्मकता नहीं फैलनी चाहिए और मालदीव तथा उसके अंतरराष्ट्रीय भागीदारों के बीच घनिष्ठ संबंधों में बाधा नहीं आनी चाहिए। उसने चेतावनी दी कि सरकार के संबंधित अधिकारी ऐसी अपमानजनक टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने में कोई संकोच नहीं करेंगे। पूर्व राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलिह ने सोशल मीडिया पर मालदीव सरकार के अधिकारियों द्वारा भारत के खिलाफ ‘‘घृणास्पद भाषा’’ के इस्तेमाल की निंदा की। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मैं सोशल मीडिया पर मालदीव सरकार के अधिकारियों द्वारा भारत के खिलाफ घृणास्पद के इस्तेमाल की निंदा करता हूं। भारत हमेशा मालदीव का एक अच्छा दोस्त रहा है और हमें इस तरह की अपमानजनक टिप्पणियों के जरिये हमारे दोनों देशों के बीच सदियों पुरानी दोस्ती पर नकारात्मक प्रभाव नहीं डालने देना चाहिए।’’ 

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