By अभिनय आकाश | May 13, 2023
हर चुनाव की तरह कर्नाटक के रण में बयानों के तीर जमकर एक दूसरे पर चलाए गए। चाहे वह दूध और हल्दी हो, सांप और विषकन्या, या बजरंग बली और बजरंग दल जैसे मुद्दे इस चुनाव में प्रमुखता से उभर कर सामने आए हैं। जैसे-जैसे पूरे कर्नाटक में वोटों की गिनती आगे बढ़ रही है, कांग्रेस बहुमत के निशान के करीब आती जा रही है। बीजेपी भी बहुत पीछे नहीं है और जेडीएस ने कुछ सीटों पर वापसी की है जो पहले पीछे चल रही थी। क्या कांग्रेस को बहुमत मिलेगा? कांग्रेस कल्याण कर्नाटक, कित्तूर कर्नाटक और दक्षिण क्षेत्रों में अधिक सीटों पर आगे चल रही है। बीजेपी बेंगलुरु और तटीय कर्नाटक क्षेत्रों में आगे चल रही है।
224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में बहुमत हासिल करने के लिए किसी पार्टी या गठबंधन को 113 सीटें जीतने की जरूरत है। वरुणा में सिद्धारमैया, शिगगांव में बसवराज बोम्मई और कनकपुरा में डीके शिवकुमार आगे चल रहे हैं। जद (एस) के निखिल कुमारस्वामी रामनगर से आगे चल रहे हैं और आईटी मंत्री डॉ. अश्वनाथ नारायण मल्लेश्वरम से आगे चल रहे हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जब कांग्रेस अपने प्रतिद्वंद्वी दलों से आगे थी, बजरंगबली के रूप में कपड़े पहने एक व्यक्ति शुरुआती रुझानों में बढ़त का जश्न मनाने के लिए दिल्ली में कांग्रेस मुख्यालय पहुंचा। एआईसीसी मुख्यालय में जश्न के बीच एक कार्यकर्ता भगवान हनुमान का रूप धारण कर पहुंचा। जिसके बाद कांग्रेस मुख्यालय में जय बंजरंगबली के नारे गूंजने लगे।
बता दें कि कांग्रेस द्वारा अपना चुनावी घोषणापत्र जारी करने और विश्व हिंदू परिषद की युवा शाखा बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने का वादा करने के बाद चुनाव प्रचार ने एक बड़ा मोड़ ले लिया। कांग्रेस द्वारा अपना चुनावी घोषणा पत्र जारी करने के कुछ घंटों बाद, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने के अपने वादे को लेकर उस पर जमकर निशाना साधा। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस भगवान हनुमान की पूजा करने वालों को बंद करने की कोशिश करार दिया।