भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के जेपी अस्पताल से वैक्सीन भेजने के साथ ही शहर की तीन अलग-अलग डिस्पेंसरी में कोरोना वैक्सीनेशन का ड्राई रन शुरू हुआ। इसके लिए चिन्हित स्वास्थ्य कर्मियों और आम नागरिकों को बुलाया गया। वैक्सीन ड्राय रन के लिए पहले आए हुए लोगों से उनके स्वास्थ्य से जुड़ी जानकारियां ली गई। जिसके बाद इन लोगों को एक-एक कर वैक्सीन लगायी जा रही है।
भोपाल में कोरोना वैक्सीन ड्राय रन गांधी नगर डिस्पेंसरी, गोविंदपुरा डिस्पेंसरी और कोलार के जेके अस्पताल में शुरू किया गया है। यहां सुबह 8 बजे से चिन्हित किए गए स्वास्थ्य कर्मियों और आम नागरिकों का वैक्सीनेशन जारी है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग सुबह गोविंदपुरा डिस्पेंसरी में चल रहे ड्राय रन का निरीक्षण करने पहुंचे। यहां उन्होंने ड्राय रन में हिस्सा ले रहे स्वास्थ्य कर्मियों और आम नागरिकों से बातचीत की।
उन्होंने जानकारी लेते हुए पूछा कि वैक्सीनेशन की जो प्रक्रिया ड्राय रन के दौरान अपनाई जा रही है, उसमें आपको कोई दिक्कत तो नहीं है। इस पर कुछ लोगों ने बताया कि प्रक्रिया अच्छी है और कम समय लिया जा रहा है। सारंग ने ड्राय रन करने वाली टीम के अधिकारियों से बातचीत की और उन्हें कहा कि ड्राई रन बेहतर तरीके से होनी चाहिए। इसमें कोई कमी न रहे, क्योंकि इस ड्राय रन में अपनाई जा रही प्रक्रिया से जब वैक्सीन आएगी तो उसे आम जनता तक जल्दी से जल्दी पहुंचाने में मदद मिलेगी।
वही, भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया ने ड्राय रन के दौरान सभी व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वे गोविंदपुरा डिस्पेंसरी समेत अन्य डिस्पेंसरी में पहुंचे और उन्होंने वैक्सीनेशन ड्राय रन में जुटी टीम का हौसला बढ़ाते हुए वैक्सीनेशन के लिए आए लोगों से बातचीत भी की। कलेक्टर लवानिया ने बताया कि चुनाव प्रोटोकाल के आधार पर ही वैक्सीनेशन का कार्य भी किया जा रहा है। इसके लिए कर्मियों की जिम्मेदारी तय की गई है। इसके साथ ही एक कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा, जो इन सभी व्यवस्थाओं पर सतत रूप से निगाह रखेगा। उन्होंने बताया कि वैक्सीनेशन का काम दोपहर 12 बजे तक किया गया। तीनों डिस्पेंसरी में कुल 75 लोगों को बुलाया गया है, जिन पर यह वैक्सीनेशन ड्राय रन किया जा रहा है।