By अंकित सिंह | Nov 15, 2021
हाल में ही भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और द क्रिकेट वॉल के नाम से मशहूर राहुल द्रविड़ को भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया है। कुछ दिन पहले ही बीसीसीआई ने इस बात की पुष्टी की थी। हालांकि कई रिपोर्ट ने इस बात की पुष्टि पहले ही कर दी थी कि राहुल द्रविड़ ही बीसीसीआई की पहली पसंद है और उन्हें कोच पद के लिए मनाया जा रहा है। बीसीसीआई की ओर से तमाम मानक प्रक्रिया का पालन करते हुए राहुल द्रविड़ की नियुक्ति की गई। राहुल द्रविड़ ने रवि शास्त्री की जगह ली।
गांगुली का बयान
माना जा रहा है कि राहुल द्रविड़ को हेड कोच की भूमिका सौपने में बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली का बहुत बड़ा रोल है। इन सबके बीच सौरव गांगुली ने राहुल द्रविड़ की नियुक्ति को लेकर मजाक भरे लहजे में ऐसा कह दिया है जिसकी चर्चा हर ओर हो रही है। दरअसल, सौरव गांगुली ने कहा कि मुझे राहुल द्रविड़ के बेटे का फोन आया था। द्रविड़ के बेटे ने बताया कि उनके पिता राहुल उनके साथ बहुत ही सख्त हैं और उन्हें दूर करने की जरूरत है। तभी मैंने राहुल को फोन किया और कहा कि उनके लिए राष्ट्रीय टीम में शामिल होने का समय आ गया है। भारत के सबसे सफलतम कप्तान गांगुली ने यह भी खुलासा किया कि कोचिंग की नियुक्ति के बारे में राहुल द्रविड़ से संवाद करना उनके लिए आसान था क्योंकि दोनों के बीच दोस्ती काफी पुरानी है।
राहुल टेस्ट मैचों में सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे सर्वाधिक रन जुटाने वाले खिलाड़ी हैं, जिनके नाम 164 मैचों में 13,288 रन और 36 शतक हैं। उनके 344 वनडे में करीब 11,000 रन (10,889 रन) हैं। उन्होंने भारतीय क्रिकेट के बदलाव के मोड्यूल को बनाने में अहम भूमिका निभायी है। वह अंडर-19 से ए टीमों की प्रगति और फिर सीनियर टीम में खिलाड़ियों के प्रवेश को करीब से देखते रहे हैं। हार्दिक पंड्या की गेंदबाजी में एनसीए में उनकी देखरेख में काफी निखार आया जबकि ऋषभ पंत, ईशान किशन, हनुमा विहारी, पृथ्वी साव, शुभमन गिल किसी न किसी समय उनके मार्गदर्शन में रहे हैं।