By अभिनय आकाश | Jan 30, 2023
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल इनिशिएटिव फॉर क्रिटिकल एंड इमर्जिंग टेक्नोलॉजीज (आईसीईटी) पर पहली उच्च-स्तरीय वार्ता पर अपने समकक्ष जेक सुलिवन सहित शीर्ष अमेरिकी नेतृत्व के साथ महत्वपूर्ण वार्ता करेंगे। अधिकारियों, शिक्षाविदों और उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के बाद यह वार्ता भारत-अमेरिका संबंधों में "अगला बड़ा मील का पत्थर" हो सकती है। डोभाल वार्ता के लिए 30 जनवरी यानी आज यहां पहुंचेंगे। दोनों पक्षों के अधिकारी महत्वाकांक्षी आईसीईटी बैठक के ब्योरे पर चुप्पी साधे हुए हैं, जिसकी डिलिवरेबल्स की घोषणा 31 जनवरी को व्हाइट हाउस में दोनों पक्षों की बैठक के समापन के बाद होने की उम्मीद है।
दोनों पक्षों को उम्मीद है कि संवाद कॉर्पोरेट क्षेत्रों के बीच एक विश्वसनीय भागीदार पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करने की नींव रखेगा, ताकि स्टार्टअप्स की संस्कृति द्वारा संचालित सार्वजनिक-साझेदार साझेदारी वाले दोनों देश सत्तावादी शासन द्वारा उत्पन्न चुनौतियों का सफलतापूर्वक समाधान कर सकें। प्रौद्योगिकी और वैज्ञानिक अनुसंधान के क्षेत्र। मई 2022 में टोक्यो में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन के साथ प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक के बाद एक संयुक्त बयान में आईसीईटी का पहली बार उल्लेख किया गया था।
बाइडेन प्रशासन की तरफ से आया था बड़ा बयान
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल की महत्वपूर्ण यात्रा से पहले बाइडेन प्रशासन ने कहा कि भारत संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार है। अजीत डोभाल अपने समकक्ष जेक सुलिवन सहित शीर्ष अमेरिकी नेतृत्व के साथ वार्ता के लिए अमेरिका जाने वाले हैं। विदेश विभाग के उप प्रवक्ता वेदांत पटेल ने कहा कि भारत कई जगहों पर संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार है, और इसमें व्यापार सहयोग शामिल है। उन्होंने कहा कि बेशक, इसमें सुरक्षा सहयोग शामिल है। इसमें तकनीकी सहयोग भी शामिल है।