By रितिका कमठान | Dec 16, 2024
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तापमान लगातार कम होता जा रहा है। गिरते तापमान के बीच आम जनता ठंड से ठिठुरने को मजबूर हो गई है। इसी बीच वायु प्रदूषण भी सामान्य श्रेणी में पहुंचने का नाम नहीं ले रहा है। वायु गुणवत्ता सूचकांक लगातार सामान्य श्रेणी से नीचे गिरता जा रहा है, जिससे आम जनता बेहाल हो रही है। लोगों के लिए सांस लेना भी मुश्किल होता जा रहा है।
वायु प्रदूषण के साथ ही ठंड भी बढ़ती जा रही है। इसी बीच केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने अनुमान जताया है कि दिल्ली में शीतलहर के कारण हवा की गुणवत्ता खराब हो गई है। इसका स्तर एक बार फिर 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया है। दिल्ली में तापमान में भी पिछले दिन के मुकाबले गिरावट आई है। सोमवार को सुबह 5:30 बजे तापमान 5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि रविवार को इसी समय तापमान 6 डिग्री सेल्सियस था।
दिल्ली में सोमवार सुबह 7 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 345 पर पहुंच गया, जो रविवार को दर्ज किए गए 246 एक्यूआई से काफी अधिक है। अलीपुर, आनंद विहार, बवाना और बुराड़ी क्रॉसिंग जैसे इलाकों में एक्यूआई का स्तर 350 से 397 के बीच रहा, जो खतरनाक वायु गुणवत्ता का संकेत है।
द्वारका सेक्टर 8, नेहरू नगर और रोहिणी सहित दिल्ली के अन्य भागों में एक्यूआई का स्तर 370 से ऊपर दर्ज किया गया, जो "बहुत खराब" श्रेणी से कहीं अधिक है और हवा को "गंभीर" श्रेणी में पहुंचा दिया है। सीपीसीबी 0-50 के बीच के एक्यूआई को "अच्छा", 51-100 के बीच के एक्यूआई को "संतोषजनक", 101-200 के बीच के एक्यूआई को "मध्यम", 201-300 के बीच के एक्यूआई को "खराब", 301-400 के बीच के एक्यूआई को "बहुत खराब" तथा 401-500 के बीच के एक्यूआई को "गंभीर" श्रेणी में रखता है।
ठंड का प्रकोप जारी रहने के कारण कई लोग दिल्ली के शेल्टर होम में शरण ले रहे हैं। सराय काले खां जैसी जगहों पर, तस्वीरें दिखाती हैं कि लोग रैन बसेरों में इकट्ठा होकर, मोटे कंबलों में लिपटे हुए, कड़ाके की ठंड में सोने की कोशिश कर रहे हैं। आश्रय गृह के संरक्षक विक्की कनौजिया ने बताया कि वे अस्पताल से ठीक हो रहे लोगों सहित निराश्रित व्यक्तियों को भी आश्रय देते हैं।
उन्होंने कहा, "हम आमतौर पर ऐसे बेसहारा मरीजों को लेते हैं जिनके पास जाने के लिए कोई जगह नहीं होती या जो इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती होते हैं।" कनौजिया ने बताया कि इन लोगों को दवाइयों सहित कई सुविधाएं मुहैया कराई जाती हैं। उन्होंने कहा, "हम एंबुलेंस, उनकी दवाइयां और भोजन मुहैया कराते हैं जिसमें दोपहर और रात का खाना दोनों शामिल हैं।"
आश्रय गृह में भोजन, दवाइयां और यहां तक कि एम्बुलेंस जैसी आवश्यक सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाती हैं। दुर्घटना के बाद पैर में फ्रैक्चर से पीड़ित श्याम नामक मरीज ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा: "मैं एक दुर्घटना में शामिल था और अब मुझे भोजन और दवाइयों सहित सभी सुविधाएं प्रदान की गई हैं।" इस बीच, उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में पारा गिरने के कारण लोग गर्म रहने के लिए अलाव के पास बैठ रहे हैं।