By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Feb 24, 2020
आगरा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रथम महिला मेलानिया ट्रंप ऐतिहासिक ताजमहल को देखने सोमवार की शाम आगरा पहुंचे और प्रेम के प्रतीक के तौर पर बनाए गए 17वीं सदी के मुगल युग के मकबरे को देखकर आश्चर्यचकित हो गए। ट्रंप के साथ उनकी पत्नी, बेटी इवांका और दामाद जेरेड कुशनर अहमदाबाद से यहां पहुंचे। मुगल शासक शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज महल की याद में ताजमहल बनवाया था। ट्रंप परिवार के दौरे के लिए ताजमहल की सजावट की गई।
इसे भी पढ़ें: ताजनगरी पहुंचे डोनाल्ड ट्रंप, आनंदीबेन पटेल और योगी आदित्यनाथ ने किया स्वागत
राष्ट्रपति ट्रंप और प्रथम महिला ने ताज परिसर का भ्रमण किया और बाद में आगंतुक पुस्तिका में कुछ शब्द लिखे। उन्हें धरोहर के इतिहास एवं महत्व के बारे में भी बताया गया। आगरा और ताज के अमेरिकी राष्ट्रपति के दौरे को लेकर स्थानीय लोगों में जबर्दस्त उत्साह था। कुछ दुकानों में भारत में ट्रंप के स्वागत के लिए खुद से पोस्टर तैयार कर लगाए गए थे। ट्रंप ने भारत के अपने पहले आधिकारिक दौरे के बारे में अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए ट्विटर का सहारा लिया।
उन्होंने हिंदी में ट्वीट किया, “प्रथम महिला और मैंने इस देश के प्रत्येक नागरिक को यह संदेश देने के लिए 8,000 मील की दूरी तय की कि- अमेरिका भारत को पसंद करता है और अमेरिका के लोग भारत के लोगों के लिए हमेशा ईमानदार एवं प्रतिबद्ध दोस्त रहेंगे।” यहां खेरिया हवाईअड्डे से 30 वाहनों वाला ट्रंप का काफिला ताजमहल परिसर के पास ओबराय अमरविलास होटल पहुंचा जहां 15,000 से अधिक स्कूली छात्र मार्ग के दोनों तरफ अमेरिका और भारत का झंडा लिए हुए कतार में खड़े थे।
इसे भी पढ़ें: रोडशो के दौरान ट्रंप और मोदी के अभिवादन के लिए कतारों में खड़े थे हजारों लोग
ट्रंप, प्रथम महिला और मोदी की तस्वीरों वाले विशाल पोस्टर उस 13 किलोमीटर के मार्ग में जगह-जगह लगे हुए जहां से उनका काफिला गुजरा। उनके आगरा दौरे के लिए तीन स्तर की सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और अधिकारियों ने दोपहर तक ताजमहल खाली करा लिया था। ट्रंप और प्रथम महिला ने संगमरमर के इस आश्चर्य के नजारे का लुत्फ उठाया जहां ठंडी हवाओं ने मौसम को और खुशगवार बना दिया था। उन्होंने फोटोग्राफरों के लिए पोज भी दिए। दंपति दिल्ली रवाना होने से पहले यूनेस्को धरोहर स्थल से सूर्यास्त देखने के लिए ताजमहल में करीब एक घंटे का वक्त बिताएंगे।
ट्रंप से पहले मुगल युग के इस आश्चर्य को देखने वाले अंतिम राष्ट्रपति बिल क्लिंटन थे जो 2000 में भारत आए थे। उन्होंने अपनी बेटी चेलसी क्लिंटन के साथ ताजमहल देखा था। अमेरिकी राष्ट्रपति डेविड ड्वाइट आइजनहावर ने 1959 में तत्कालन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के साथ ताजमहल देखा था।