वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने युद्धरत सीरिया में ‘‘मानवता के विरूद्ध हुए भयावह कृत्यों’’ के खिलाफ कड़ी कार्रवाई न करने को लेकर अपने पूर्ववर्ती बराक ओबामा पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बशर अल-असद को सीरिया में अपनी जनता के खिलाफ रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करके बचकर नहीं निकलने देंगे। ट्रंप ने मंगलवार को अमेरिका की यात्रा पर आए लेबनानी प्रधानमंत्री साद हरीरी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘क्या राष्ट्रपति ओबामा ने वह किया, जो उन्हें करना चाहिए था? क्या वह उस हद तक गए? अगर उन्होंने ऐसा किया होता तो मुझे नहीं लगता कि रूस और ईरान यहां तक पहुंचे भी होते।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं असद का प्रशंसक नहीं हूं। निश्चित तौर पर मैं यह सोचता हूं कि उसने उस देश (सीरिया) और मानवता के साथ जो किया है, वह भयावह है। मैं लंबे समय से यह कहता आ रहा हूं। मैं ऐसा नहीं हूं कि खड़ा रहूं और उन्हें निकल जाने दूं।’’ वर्ष 2013 की ‘रेड लाइन’ चेतावनी में ओबामा ने असद द्वारा रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किए जाने की खबरों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि यदि वह दोबारा रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल करता है, तो उसे सैन्य बल का सामना करना पड़ेगा। बाद में, असद ने दोबारा रासायनिक हथियारों का इस्तेमाल किया और ओबामा ने तब उसे मिटाने के लिए रूस को इसमें उतरने दिया।
ट्रंप ने कहा, ‘‘जब-जब राष्ट्रपति ओबामा ने रेत में लाल रेखा खींची, तब-तब उसने यह सीमा रेखा लांघी और कई बार लांघी। मानवता के खिलाफ कई भयावह कृत्यों को अंजाम दिया गया, जिनमें गैसों के जरिए मारना भी शामिल रहा। वह इस देश के लिए एक बुरा दिन था।’’ उन्होंने कहा कि अमेरिका आईएसआईएस के खिलाफ अदभुत सफलता हासिल कर रहा है।