काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान का राज है और अब नई सरकार का गठन होने वाला है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक अफगानिस्तान में तालिबानी सरकार का नेतृत्व मुल्ला बरादर करेगा। जिसकी शुक्रवार को नमाज के बाद घोषणा हो सकती है। रॉयटर्स को तालिबान के एक नेता ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि सभी अधिकारी काबुल पहुंच रहे हैं, जहां पर नई सरकार की घोषणा की जाएगी, जो अंतिम चरण में है।
सूत्रों ने बताया कि तालिबान के दिवंगत संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे मुल्ला मोहम्मद याकूब और शेर मोहम्मद अब्बास स्टेनकजई सरकार में वरिष्ठ पद संभालेंगे। काबुल के राष्ट्रपति भवन में तैयारियां जोरो-शोरो पर चल रही हैं। नए झंडे तैयार हो रहे हैं।
साल 1996 से 2001 तक अफगानिस्तान की सत्ता को संभाल चुका तालिबान फिर से अपनी सरकार गठित कर रहा है। इस बार उसने लचीला रवैया अपमाने की बात कही है। अफगानिस्तान में शरिया कानून के तहत सरकार का क्रियान्वयन होगा।अमेरिका के कहने पर पाकिस्तान ने साल 2018 में मुल्ला बरादर को रिहा कर दिया था। जब साल 1994 में तालिबान का गठन हुआ था, उस वक्त मुल्ला मोहम्मद उमर इस संगठन के प्रमुख थे और मुल्ला बरादर की बहन उसकी पत्नी थी। जिसकी वजह से मुल्ला बरादर को तालिबान का दूसरा सबसे प्रमुख चेहरा माना जाता था।