By प्रिया मिश्रा | May 02, 2022
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार यदि किसी जातक की कुंडली में कोई भी ग्रह बुरी स्थिति में हो और हानिकारक हो रहा हो, तो इसे ग्रह दोष माना जाता है। कुंडली में ग्रह दोष के कारण जातक को जीवन में अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। ग्रह दोष के कारण धन हानि, स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं, शत्रुता, कलह और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। ज्योतिषशास्त्र में ग्रह दोष को दूर करने के कई उपाय भी बताए गए हैं। ज्योतिषविद्या के जानकारों के अनुसार, सरसों के तेल के कुछ छोटे-छोटे टोटके करके भी आप ग्रह दोषों से मुक्ति पा सकते हैं। आज के इस लेख में हम आपको ग्रह दोष को दूर करने के सरसों के तेल के टोटके बताने जा रहे हैं -
यदि किसी जातक की कुंडली में मंगल दोष हो तो उसे शरीर पर सरसों के तेल से मालिश करनी चाहिए। इससे मंगल दोष दूर होता है।
शनिवार के दिन शनि मंदिर में सरसों का तेल चढ़ाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं।
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, यदि किसी जातक की कुंडली में शनि कमजोर हो तो उसे सरसों के तेल में बनी हुई सब्जियाँ खानी चाहिए। इससे शनि मजबूत होता है।
यदि कुंडली में शनि नीच दशा में हो तो सिर पर सरसों का तेल लगाने से शनि उच्च दशा में परिवर्तित हो जाता है।
यदि किसी जातक की कुंडली में बृहस्पति ग्रह कमजोर हो तो सरसों के तेल के साथ हल्दी लेकर बृहस्पतिवार के दिन दान देने से बृहस्पति ग्रह मजबूत होता है। ऐसा करने से बृहस्पति ग्रह शुभ फल देना प्रारम्भ कर देता है।
सरसों के तेल में बनी सब्जियां मजदूरों को दान करने से व्यापार में सफलता मिलती है। इसके साथ ही सहकर्मियों का सहयोग भी मिलता है।
एक कटोरी में सरसों का तेल लेकर अपने ईष्ट का नाम लेते हुए अपने सिर से सात बार उतार कर बाहर फेंक दें, ऐसा करने से सभी रोगों का नाश होता है।
- प्रिया मिश्रा