By कमलेश पांडे | Jul 27, 2024
वर्तमान युग मौद्रिक युग है, जिसमें विभिन्न प्रकार के लेनदेन के लिए आपके पास रुपए-पैसा होना जरूरी है। जबसे यूपीआई का प्रचलन बढ़ा है, तबसे हार्ड कैश यानी नगद नारायण के बजाय बैंक बैलेंस का महत्व बढ़ गया है। कहा भी जाता है कि पैसा कमाना आसान है, लेकिन बचत करना बेहद मुश्किल। उस पर भी बचत को नगदी रूप में पास में रखना खतरे से खाली तो नहीं ही रहता है, साथ ही इससे और भी दिक्कत पैदा होने लगती है। इसलिए बैंक और डाकघर खाते का प्रचलन समाज और कारोबार दोनों में बढ़ा है।
समसामयिक डिजिटल लेनदेन के दौर में तो बैंक या पोस्टऑफिस में खाता होना और भी अधिक जरूरी हो चुका है। क्योंकि जब आपके खाते में पैसा रहेगा यानी बैंक बैलेंस होता तो ही आप यूपीआई के मार्फ़त घर बैठे ही अधिकांश लेन-देन कर सकते हैं। आजकल तो बहुतेरे इंश्योरेंस से लेकर शेयर बाजार तक सबकुछ ऑनलाइन हो चुका है, ऐसे में हाथ नकद का महत्व कम और बैंक बैलेंस का महत्व ज्यादा बढ़ चुका है।
हालांकि जब हम बैंक या पोस्टऑफिस में किसी भी तरह का लेनदेन करते हैं या फिर बैंक या पोस्टऑफिस प्रदत्त विभिन्न प्रकार की सर्विस पाने के लिए वहां जाते हैं तो हमारे पास कुछ खास दस्तावेजों का होना बेहद जरूरी होता है। इसलिए, बैंक या पोस्टऑफिस जाने से पहले आपके लिए यह सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण हो जाता है कि आपके पास सभी आवश्यक दस्तावेज हैं। और यदि वो नहीं हैं तो उन्हें जल्द से जल्द जुटा लें। इससे आपको किसी भी तरह की परेशानियों का सामना भी नहीं करना पड़ेगा और आपको वहां पर अक्सर मौजूद रहने वाली लंबी लाइन में लगने वाली देरी से भी बचने में मदद मिलेगी।
मौजूदा अर्थ युग में और डिजिटल लेनदेन के दौर में बैंक खाता होना एक जरूरत बन चुका है। क्योंकि बैंक खाते में न सिर्फ रूपया-पैसा सुरक्षित रहता है, बल्कि कई तरह के लेनदेन भी आसानी से किए जा सकते हैं। इतना ही नहीं, ऑनलाइन बैंकिंग और मोबाइल बैंकिंग के चमत्कारी युग ने बैंकिंग को और भी ज्यादा आसान बना दिया है। हालांकि, कुछ कामों के लिए हर किसी को बैंक जाना ही पड़ता है। और जब हमलोग अपने बैंक या पोस्टऑफिस जाते हैं तो उससे जुड़े विभिन्न कामों के लिए कुछ जरूरी दस्तावेजों की भी जरूरत होती है। ऐसे में अगर आप ये जरूरी दस्तावेज अपने साथ नहीं ले जाते हैं, तो आपका काम तबतक के लिए रुक सकता है जब तक कि आप उन कागजों को लेकर दोबारा बैंक नहीं पहुंच जाते। कहने का मतलब यह कि आपको पुनः बैंक आना पड़ सकता है। इसलिए आज यहां पर हम आपको उन जरूरी दस्तावेजों के बारे में बता रहे हैं, जो बैंक या डाकघर जाते समय आपके पास होना चाहिए।
# पहला, आपका अपना पासबुक
बैंक या डाकघर में किसी भी काम के लिए जाने पर आपके लिए अपना पासबुक एक खास दस्तावेज होता है, जो आपके बैंक या पोस्टऑफिस लेनदेन करते समय आपकी पहचान सत्यापित करने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। कहने का आशय यह कि पासबुक न केवल आपके खाते की पहचान करता है, बल्कि उस खाते से सम्बंधित सभी अद्यतन जानकारी आपको प्रदान करता है। यदि आप गौर से देखेंगे तो पाएंगे कि आपके पासबुक में आपका खाता नंबर, बैंक शाखा का आईएफएससी कोड, बैंक शाखा का नाम और पता जैसी महत्वपूर्ण जानकारी आपके खाता में लिपिबद्ध या मुद्रित होती है। वहीं, कुछ बैंकिंग लेनदेन अपडेट्स, जैसे कि पासबुक प्रिंट करना या खाते का शेष राशि जानना, अभी भी पासबुक के माध्यम से ही किए जाते हैं, खासकर उन ग्रामीण क्षेत्रों में जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी सीमित होती है।
# दूसरा, आपका अपना पहचान प्रमाण
आपके बैंक या पोस्टऑफिस में आपकी पहचान सत्यापित करने के लिए यानी कि आपके वेरिफिकेशन के लिए पहचान प्रमाण की जरूरत होती है। इसके लिए आप अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और वोटर आईडी कार्ड जैसे पहचान/पता शिनाख्त वाले दस्तावेजों में से कोई एक ले जा सकते हैं। इसके अलावा, आप इस बात का भी ध्यान रखें कि यदि आप नकद में 50,000 रुपये या उससे अधिक जमा करते हैं, निकालते हैं या फिर ट्रांसफर करते हैं, तो आपको अपना पैन कार्ड दिखाना होगा। वहीं, यदि आप 10,000 रुपये या उससे अधिक का चेक भी भुगतान करते हैं, तो आपको अपना पैन कार्ड जमा करना होगा। वहीं, अगर आप शेयर बाजार में निवेश करने के लिए डीमैट खाता खोलते हैं, तो भी आपको अपना पैन कार्ड जमा करना होगा। वहीं, जब आप अपना टैक्स सेविंग एफडी खोलते हैं, तो आपको अपना पैन कार्ड जमा करना होगा। इसके अलावा, जब आप बैंक से लोन लेने के लिए आवेदन करते हैं, तो आपको अपने पैन कार्ड सहित कई दस्तावेज जमा करने होंगे। वहीं, जब आप बैंक से बीमा उत्पाद खरीदते हैं, तो आपको पैन कार्ड जमा करना होगा। बता दें कि यह पैन कार्ड आयकर विभाग द्वारा जारी किया जाता है, जो बड़े काम की चीज है।
# तीसरा, आपका अपना आधार कार्ड
आजकल किसी भी व्यक्ति के पास उसका अपना आधार कार्ड होना जरूरी है। क्योंकि इसमें व्यक्तिविशेष की कुछ खास पहचान निहित होती है। इसलिए अब हर जगह इसकी डिमांड हो रही है, क्योंकि इसमें व्यक्तिगत पहचान के साथ साथ पता का प्रमाण भी मिल जाता है। इसलिए अब डोरमेंट खाता एक्टिवेट करने के लिए, खाता का केवाईसी अपडेट करने के लिए, बैंक या डाकघर में नया खाता खोलने के लिए, लोन या क्रेडिट कार्ड आवेदन के लिए और विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं का लाभ पाने और उससे जुड़ी सब्सिडी का लाभ पाने के लिए आधार कार्ड को एक महत्वपूर्ण दस्तावेज की मान्यता प्राप्त हो चुकी है।
# चतुर्थ, आपके अपने पते का प्रमाण
बैंक या पोस्टऑफिस में आपके निवास का सत्यापन करने के लिए स्थायी या तत्कालीन पते के प्रमाण की जरूरत होती है। इसके लिए निम्नलिखित दस्तावेजों का इस्तेमाल किया जा सकता है- आधार कार्ड (अगर पते के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया हो), पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर आईडी कार्ड, बिजली बिल, पानी का बिल, टेलीफोन बिल आदि। हां, यह भी ध्यान रहे कि अधिकतर बिल तीन महीने से अधिक पुराना नहीं होना चाहिए। अन्यथा आपको नया बिल लेकर पुनः प्रस्तुत करना होगा।
# पांचवां, आपका अपना पासपोर्ट साइज फोटो
आजकल बैंक या पोस्टऑफिस की विभिन्न सेवाओं के लिए ग्राहक से उनका पासपोर्ट आकार का फोटो लिया जाता है।इसलिए आपके पास लेटेस्ट पासपोर्ट साइज फोटो होना बहुत जरूरी है। क्योंकि यह बैंक या पोस्टऑफिस के फॉर्म और एप्लिकेशन पर लगाने के लिए इस्तेमाल होता है। यही वजह है कि कुछ बैंक आपका नए खाता खोलने के लिए आवेदन पत्र के साथ पासपोर्ट आकार का फोटो जमा करने के लिए कहते हैं। इसके अलावा, बैंक या पोस्टऑफिस समय-समय पर अपनी केवाईसी प्रक्रिया के तहत ग्राहकों से पासपोर्ट साइज फोटो जमा करने के लिए कहते हैं। इसके अलावा, बैंक लॉकर किराए पर लेने के लिए आवेदन करते समय फोटो जमा करना जरूरी होता है। वहीं, कुछ बैंक नई चेक बुक जारी करने के लिए भी पासपोर्ट फोटो जमा करने के लिए कह देते हैं। इन सबके अलावा, कुछ बैंकों को फॉर्म के साथ पासपोर्ट आकार का फोटो जमा करने की जरूरत होती है, जैसे कि पता बदलने का फॉर्म या खाते में नामांकन फॉर्म।
इस प्रकार जब आप उपर्युक्त सुझावों पर गौर करेंगे, उस पर बेझिझक अमल करेंगे तो आप खुद महसूस करेंगे कि आपका बैंक या पोस्टऑफिस जाना सफल हो गया और बार बार जाने की जरूरत नहीं पड़ी, जैसा कि पहले से होता आया है। है न आपके रोजमर्रा के काम की बात। इसलिए खुद भी अमल कीजिए, औरों को भी जागरूक कीजिए। आप भला तो जग भला।
- कमलेश पांडेय
वरिष्ठ पत्रकार व स्तम्भकार