By अनन्या मिश्रा | Sep 25, 2024
पुरवा वॉटरफॉल
मध्य प्रदेश के रीवा में आप पुरवा वॉटरफॉल घूमने जा सकते हैं। यह घूमने के लिहाज बेहद शानदार और अद्भुत जगह है। मानसून के समय यहां पर हर दिन हजारों की संख्या में सैलानी मस्ती करने के लिए पुरवा वॉटरफॉल पहुंचते हैं।
पुरवा वॉटरफॉल में जब 230 फीट की ऊंचाई से पानी जमीन पर गिरता है, तो यहां का नजारा बेहद खूबसूरत और मनमोहक दिखाई है। इस वॉटरफॉल के आसपास की हरियाली पर्यटकों को खूब लुभाती है। यहां पर आप ट्रैकिंग और हाईकिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं।
रानी तालाब
बता दें कि रीवा में स्थित रानी तालाब अपनी खूबसूरती के अलावा ऐतिहासिक वजहों से भी पर्यटकों के बीच काफी फेमस है। बताया जाता है कि यह राज्य के सबसे पुराने तालाब में से एक है। दिवाली आदि के मौके पर तालाब के किनारे दीपक भी जलाए जाते हैं।
वहीं रानी तालाब के पास एक काली मंदिर भी है, जो इच्छा पूरी करने वाला मंदिर माना जाता है। पर्यटक इस तालाब के किनारे सुकून के कुछ पल बिता सकते हैं। मानसून के समय इस तालाब की खूबसूरती देखने लायक होती है। वहीं बारिश के मौसम में आप यहां पर कई प्रवासी पक्षियों को भी देख सकते हैं।
जरूर देखें सफेद बाघ
रीवा की खूबसूरत और ऐतिहासिक जगहों को देखने के साथ ही यहां के सफेद बाघ देखना न भूलें। बता दें कि रीवा में स्थित मुकुंदपुर को वनों का घर माना जाता है, जो काफी चीजों के लिए फेमस है। मुकुंदपुर के वनों को सफेद बाघों का घर भी माना जाता है।
बताया जाता है कि रीवा में मुकुंदपुर के वन एकमात्र ऐसा स्थान है, जहां पर आप सफेद बाघों को करीब से देख सकते हैं। वहीं प्रकृति प्रेमियों के लिए मुकुंदपुर के वन जन्नत से कम नहीं है। ऐसे में आप यहां आने के बाद सफेद बाघ जरूर देखें।
रीवा फोर्ट
रीवा के इतिहास को करीब से देखने के लिए आपको रीवा फोर्ट का दीदार जरूर करना चाहिए। 13वीं शताब्दी में इस भव्य फोर्ट का निर्माण हुआ था। इस किले का निर्माण बघेल राजपूतों ने करवाया था। वहीं मुगल बादशाह औरंगजेब ने 17वीं शताब्दी में इस किले का विस्तार किया था।
यह किला पहाड़ी की चोटी पर मौजूद है। ऐसे में इस फोर्ट को देखने के लिए हर रोज पर्यटक यहां पहुंचते हैं। इस फोर्ट के किनारों पर बहने वाली नदियां किले की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करती है। हालांकि इस फोर्ट को हेरिटेज होटल में बदल दिया गया है। इसके अंदर एक मस्जिद भी है।