By अंकित सिंह | Jun 26, 2024
कर्नाटक में तीन और उपमुख्यमंत्री बनाने की मांग फिर से उठने के बीच मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने आज कहा कि कांग्रेस आलाकमान का फैसला अंतिम है। कुछ मंत्री वीरशैव-लिंगायत, एससी/एसटी और अल्पसंख्यक समुदायों के नेताओं को उपमुख्यमंत्री पद दिए जाने की वकालत कर रहे हैं। फिलहाल वोक्कालिगा समुदाय से डीके शिवकुमार सिद्धारमैया कैबिनेट में सिर्फ उपमुख्यमंत्री हैं। सिद्धारमैया ने एक सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा, "आलाकमान जो भी फैसला करेगा वह अंतिम है।"
कांग्रेस के भीतर एक वर्ग का मानना है कि तीन और उपमुख्यमंत्री बनाये जाने की मांग संबंधी मंत्रियों के बयान सिद्धरमैया खेमे की (खास) योजना का हिस्सा है और उसका मकसद शिवकुमार को काबू में रखना है। ऐसी चर्चा है कि शिवकुमार सरकार के ढाई साल के कार्यकाल के बाद मुख्यमंत्री पद की मांग कर सकते हैं। सहकारिता मंत्री के एन राजन्ना, आवास मंत्री बी जेड ज़मीर अहमद खान, लोक निर्माण मंत्री सतीश जरकीहोली और कुछ अन्य नेताओं ने इस सप्ताह की शुरुआत में एक बार फिर तीन और उपमुख्यमंत्रियों की मांग की थी। इन्हें सिद्धरमैया का करीबी माना जाता है।
पिछले साल मई में विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद मुख्यमंत्री पद के लिए शिवकुमार और सिद्धरमैया के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा के मद्देनजर कांग्रेस ने फैसला किया था कि शिवकुमार ‘एकमात्र’ उपमुख्यमंत्री होंगे। मंत्रियों की मांग पर नाराजगी जाहिर करते हुए शिवकुमार ने मंगलवार को कहा कि पार्टी इसका उचित जवाब देगी। शिवकुमार कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष भी हैं। शिवकुमार ने कहा, ‘‘अगर कोई कुछ कहता है तो आपलोग (मीडिया) उसे खबर बना देते हैं। कोई कुछ भी मांग करे पार्टी उसका उचित जवाब देगी...।