आरोपी ढोंगी बाबा अखंड चैतन्य मृगेंद्रनाथ में आश्रम बनाकर रहता था। जिसने यहां अखंड संकीर्तन भी शुरू कराया था। जिससे 24 घंटे मृगेंद्रनाथ में संकीर्तन करने लोगों की उपस्थिति रहती थी। आरोपी का कुछ महिनों पहले ही विवाह हुआ था। पीड़िता का कहना है कि आशीष ने जब दूसरी लड़की से विवाह किया था तो उसने उसका विरोध भी किया था। जिस पर उसे जान से मारने की धमकी मिली थी। आरोपी आशीष कश्यप इंदौर में पढ़ाई करने के बाद जब क्षेत्र में आया था तो कुछ दिन ग्राम काचरकोना के एक मंदिर में रूकने का निर्णय लिया था। लेकिन कुछ समय बाद वह मृगेंद्रनाथ धाम पहुंच गया। इस क्षेत्र के प्रति लोगों की पूर्व से अगाध श्रद्धा होने से लोगों को आना जाना होता था। लोगों की आवाजाही को देखते हुए आरोपित ने लोगों का अपनी ओर ध्यान खींचने तरह-तरह के स्वांग रचाकर आयोजन शुरू किए। धर्म की आड़ लेकर लोगों को भ्रमित करता रहा।