अमेरिकी क्राइम वेब सीरीज डेक्सटर से आफताब पूनावाला ने लिये थे शव को निपटाने के टिप्स

By नीरज कुमार दुबे | Nov 15, 2022

दिल्ली पुलिस अपनी लिव इन पार्टनर की हत्या के आरोपी 28 वर्षीय युवक आफताब पूनावाला को मंगलवार को छतरपुर के जंगल में ले गयी जहां उसने अपनी प्रेमिका श्रद्धा के शव के टुकड़े फेंके थे। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस हत्या की जांच के तहत आरोपी आफताब अमीन पूनावाला को छतरपुर के जंगल के अलावा शहर के कुछ अन्य स्थानों पर ले जाया गया। जब आफताब पूनावाला को पुलिसकर्मी जंगल में ले गये तब उसका चेहरा कपड़े से ढंका था तथा कैमरामैन एवं पत्रकार उसका फोटो एवं बयान लेने के लिए आपाधापी कर रहे थे।


आफताब पूनावाला ने जांच के दौरान पुलिस को बताया कि शादी को लेकर झगड़ा होने के बाद उसने अपनी साथी श्रद्धा वाकर को मार डाला तथा उसके शव को टुकड़ों में काटने का विचार उसे एक अमेरिकी टेलीविजन सीरीज ‘डेक्सटर’ से आया। हम आपको बता दें कि डेक्सटर एक अमेरिकी क्राइम ड्रामा और साइकोलॉजिकल थ्रिलर शो है। ये वर्ष 2006 से 2013 के बीच ऑन एयर हुआ था। इसके 8 पार्ट हैं। इस क्राइम शो का मुख्य किरदार डेक्स्टर मॉर्गन दिन में पुलिस के लिए फॉरेंसिक टेक्नीशियन के तौर पर काम करता था। जबकि रात को वह सीरियल किलर के तौर पर अपराधियों की हत्या करता था। वह ऐसे अपराधियों की हत्या करता था जिन्हें कानून ने सजा नहीं दी थी।

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पुलिस ने बताया कि आरोपी ने शव के टुकड़ों को रखने के लिए एक फ्रिज खरीदा तथा वह इन टुकड़ों को फेंकने के लिए आधी रात को निकलता था। पुलिस के अनुसार आरोपी ने इन टुकड़ों को फेंकने की योजना इस आधार पर सावधानीपूर्वक बनाई थी कि शरीर का कौन सा हिस्सा जल्द से जल्द सड़ना शुरू हो जाता है। पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने जिन इलाकों में शव के टुकड़ों को फेंकने की जानकारी दी, वहां से 13 टुकड़े बरामद किये गए हैं, लेकिन फॉरेंसिक जांच के बाद ही पुष्टि हो सकेगी कि क्या ये पीड़िता से जुड़े हैं।


इस बीच, दिल्ली पुलिस के सूत्रों ने कहा है कि श्रद्धा के शरीर के अंगों को काटने के लिए केवल एक हथियार का इस्तेमाल किया गया था। आफताब ने शरीर के अंगों को काटने के लिए एक मिनी आरी का इस्तेमाल किया था जोकि अभी तक बरामद नहीं हुई है। दिल्ली पुलिस सूत्रों का कहना है कि आफताब पूनावाला और श्रद्धा वाकर के एक कॉमन फ्रेंड को पूछताछ के लिए बुलाया गया है। यह वह दोस्त है जिसने श्रद्धा के पिता को उसके सम्पर्क-वर्जित होने के बारे में सूचित किया था। इस बीच, इस प्रकार की भी खबरें हैं कि पुलिस ने एक डेटिंग एप को भी पत्र लिखकर आफताब के बारे में जानकारी मांगी है क्योंकि इस तरह की बात सामने आ रही है कि उस डेटिंग एप के जरिये आफताब ने अन्य लड़की से भी दोस्ती की थी जोकि उसके महरौली स्थित घर पर आती थी। हैरानी की बात यह है कि जब वह उस लड़की के साथ घर पर गुलछर्रे उड़ाया करता था तब लड़की को यह भनक नहीं होती थी कि घर में रखे फ्रिज में किसी के शरीर के टुकड़े रखे हुए हैं।


उधर, श्रद्धा के पिता ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा है कि मैं कभी भी आफताब के संपर्क में नहीं था। मैंने वसई में पहली शिकायत दर्ज कराई थी। श्रद्धा के पिता विकास वॉकर ने कहा कि हम आफताब के लिए मौत की सजा की मांग करते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे भरोसा है दिल्ली पुलिस की जांच सही दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि श्रद्धा अपने चाचा के करीब थी और मुझसे ज्यादा बात नहीं करती थी।

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बहरहाल, दूसरी ओर इस मामले को लेकर देश में बढ़ते आक्रोश के बीच राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने इस मामले में समाज, जहाँ श्रद्धा नौकरी करती थी उस आफिस और जहाँ श्रद्धा रहती थी...उनकी संवेदनशीलता पर ऐसे बुनियादी सवाल उठाये हैं जो बहुत ही वाजिब हैं। उन्होंने कहा कि लड़की छह महीने से गायब थी लेकिन किसी ने इस बात की सुध नहीं ली यह दर्शाता है कि हमारा समाज किस ओर जा रहा है।


वहीं केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा है कि लाखों श्रद्धा की शहादत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि भारत में गैर-मुस्लिम लड़कियों को अपने प्यार में फंसा कर उससे धर्म परिवर्तन करवाना और न करने पर यही हालत होती है जो श्रद्धा की हुई है ये जघन्य अपराध है इसके खिलाफ हमें सचेत होने की जरूरत है।

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