अमरनाथ यात्रा करने जा रहे श्रद्धालु ध्यान दें, इस बार हेलमेट पहनकर की जाएगी यात्रा, श्राइन बोर्ड ने बताया कारण

By रितिका कमठान | Jun 29, 2023

स्वर्ग या मोक्ष की प्राप्ति का रास्ता अमरनाथ को कहा जाता है। अमरनाथ में भगवान शिव के स्वयंभू शिवलिंगम के दर्शन होते है, जो हिम से निर्मित होकर हर पूर्णिमा पर अपने पूर्ण आकार में होते है। अमरनाथ यात्रा के दौरान आने वाली बाधाओं को पार कर गुफा तक पहुंचने वाले श्रद्धालु बेहद भाग्यशाली होते है। 

 

अमरनाथ की गुफा श्रीनगर से लगभग 145 किलोमीटर की दूरी हिमालय पर्वत श्रेणियों में बसी है। इस बेहद जटिल यात्रा पर जाने के लिए इस बार अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड ने खास तैयारियां की हुई है। यहां श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए है। सावन में शुरू होने वाली इस यात्रा में बारिश और लैंडस्लाइड होने की संभावना रहती है, जिससे बचने की भी पूरी तैयारी है।

 

अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के अनुसार इस वर्ष अमरनाथ यात्रा के लिए 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने रजिस्ट्रेशन करवाया है। गौरतलब है कि इस बार सावन कुल 59 दिनों का पड़ रहा है, ऐसे में इस बार यात्रा सबसे लंबे समय तक जारी रहेगी, जो कुल 62 दिनों की हो सकती है। श्रद्धालुओं का सबसे बड़ा बेस कैंप नूनवन पहलगाम में बनाया गया है।

 

हेलमेट पहनना किया अनिवार्य

अमरनाथ यात्रियों के लिए इस बार श्राइन बोर्ड ने ऐहतियात के तौर पर कई नियम बनाए है। इस बार यात्रा मार्ग पर होने वाले लैंड स्लाइड और पत्थर गिरने की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए कुछ खास फैसले किए गए है। यात्रा मार्ग के कई संवेदनशील हिस्सों पर पैदल श्रद्धालुओं को हेलमेट पहनना अनिवार्य किया गया है। वहीं जो श्रद्धालु खच्चर पर बैठकर इस यात्रा को करेंगे उनके लिए भी हेलमेट पहनना अनिवार्य किया गया है। श्राइन बोर्ड के मुताबिक ये हेलमेट श्रद्धालुओं को बोर्ड की ओर से निशुल्क उपलब्ध करवाए जाएंगे।

 

अधिकारियों ने ली समीक्षा बैठक

जम्मू कश्मीर के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) आर के गोयल ने वार्षिक अमरनाथ यात्रा के लिए आने वाले श्रद्धालुओं के वास्ते किये गये इंतजाम की बुधवार को समीक्षा की। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि गोयल पहलगाम गये और उन्होंने यात्रियों के लिए ननवान, चंदनवारी आधार शिविरों में किये गये इंतजामों की समीक्षा की। प्रवक्ता के अनुसार, गोयल के साथ पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह और श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मनदीप भंडारी भी थे। इस बीच, बोर्ड ने कहा है कि अबतक तीन लाख से अधिक श्रद्धालु अमरनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण करवा चुके हैं। अमरनाथ गुफा के लिए 62 दिवसीय वार्षिक यात्रा एक जुलाई को शुरू होगी। 

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