वोट जिहादियों और अराजकतावादियों के खिलाफ लड़ाई में Devendra Fadnavis को मिल गया RSS का समर्थन

By नीरज कुमार दुबे | Nov 06, 2024

लोकसभा चुनावों के दौरान भाजपा और एनडीए को महाराष्ट्र में तगड़ा झटका लगा था। उस समय भाजपा के खराब प्रदर्शन की जिम्मेदारी लेते हुए देवेंद्र फडणवीस ने उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की पेशकश करते हुए पार्टी से खुद को संगठन के काम में लगाने की गुजारिश की थी। भाजपा और आरएसएस ने हालांकि इस्तीफे की पेशकश को खारिज करते हुए फडणवीस से अपने पद पर काम करते रहने को कहा था। हालांकि संघ से जुड़े कुछ पत्रों ने भाजपा और फडणवीस के उस फैसले पर सवाल उठाये थे जिसके तहत अजित पवार की पार्टी से गठबंधन किया गया था। हाल के समय में कई बार खबरें आईं कि आरएसएस के नेता फडणवीस के घर जाकर उनसे मिले, यह भी खबरें आईं कि फडणवीस ने संघ मुख्यालय जाकर आरएसएस नेताओं से मुलाकात की। हालांकि इन मुलाकातों के उद्देश्य को लेकर कभी कोई पुष्ट खबर बाहर नहीं आई जिससे सिर्फ अटकलें ही लगती रहीं। अब इन मुलाकातों के बारे में संघ के बेहद करीबी माने जाने वाले महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खुद खुलासा कर दिया है।


अंग्रेजी समाचारपत्र ट टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, समाचारपत्र से बातचीत में फडणवीस ने कहा कि लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा को झटका लगने के बाद उन्होंने विधानसभा चुनाव में 'अराजकतावादियों और वोट जिहादियों' से लड़ने के लिए संघ से मदद मांगी थी। जब उनसे लोकसभा चुनावों के बाद आरएसएस पदाधिकारियों के साथ उनकी लगातार बैठकों के बारे में पूछा गया और क्या विधानसभा चुनावों में संघ भाजपा के बचाव में आएगा यह प्रश्न किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं स्वयंसेवकों के साथ लगातार संपर्क में हूं। याद रखें, आरएसएस किसी भी राजनीतिक दल के लिए खुले तौर पर काम नहीं करता है। फडणवीस ने कहा कि भाजपा और उसके सहयोगी दल कांग्रेस से नहीं लड़ रहे हैं, बल्कि "इस पुरानी पार्टी की मशीनरी में अंतर्निहित अराजकतावादी और राष्ट्र-विरोधी ताकतों से लड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि संघ के सहयोगी अराजकतावादी ताकतों का मुकाबला करने में हमारी सहायता कर रहे हैं।

इसे भी पढ़ें: Maharashtra: अजित पवार ने जारी किया NCP का घोषणापत्र, लड़की बहिन योजना को लेकर किया ये बड़ा वादा

देखा जाये तो फडणवीस का यह बयान लोकसभा चुनाव के दौरान नड्डा की टिप्पणियों के विपरीत है। नड्डा ने उस समय कथित रूप से कहा था कि भाजपा को चुनाव जीतने के लिए आरएसएस के समर्थन की जरूरत नहीं है। इससे अटकलें लग रही थीं कि भाजपा और संघ के बीच सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है।


इसके अलावा फडणवीस ने कहा कि भाजपा को 'वोट जिहाद' के कारण लोकसभा चुनाव में राज्य में 10 सीटें गंवानी पड़ीं। उन्होंने धुले लोकसभा सीट का उदाहरण दिया, जहां मुस्लिम बहुल विधानसभा क्षेत्र मालेगांव को छोड़कर भाजपा 1.9 लाख वोटों से आगे थी। लेकिन मालेगांव क्षेत्र में एमवीए को 1.94 लाख वोट मिले और भाजपा सिर्फ 4,000 वोटों से हार गई। उन्होंने कहा कि इसके अलावा भाजपा के खिलाफ वोट करने के लिए फतवे जारी किए गए और लोगों को शपथ दिलाई गई लेकिन अब, अल्पसंख्यकों को एहसास हुआ कि उन्हें गुमराह किया गया और उनका इस्तेमाल किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस उम्मीदवारों की सूची में कितने मुस्लिम हैं?" इसके अलावा, राहुल गांधी पर तीखा हमला करते हुए, फडणवीस ने कहा कि विपक्ष के नेता 'अराजकतावादियों और शहरी नक्सलियों' के घेरे में हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अब कांग्रेसी नहीं रह गए हैं। एक कम्युनिस्ट से वह वामपंथी उग्रवादी विचारक बन गए हैं। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अब पारंपरिक नीले रंग की नहीं, बल्कि लाल आवरण वाली संविधान की प्रति दिखाते हैं। फडणवीस ने कहा कि राहुल गांधी ने आरक्षण खत्म करने की बात करके, अमेरिका में अपने ही 'फर्जी आख्यान' को ध्वस्त करके भाजपा का काम आसान कर दिया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी की बात को राज्य कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने आगे बढ़ाया है। दोनों वास्तव में अनजाने में भाजपा का काम कर रहे हैं।


उन्होंने कहा कि "महायुति के लिए लोगों में व्यापक सकारात्मकता है" और कहा कि लड़की बहिन योजना एक गेमचेंजर होगी क्योंकि इससे महिलाओं में आशा पैदा हुई है। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, लोगों ने देखा कि कैसे हमारी सरकार ने वादों को पूरा किया। उन्होंने कहा कि हमने नदी-जोड़ो जैसी परियोजनाओं को फिर से शुरू किया, जो विदर्भ की किस्मत बदल देगी और जल ग्रिड परियोजना के माध्यम से मराठवाड़ा में समुद्री जल लाएगी।

प्रमुख खबरें

भारत की समृद्ध संस्कृति का प्रदर्शन, वैश्वविक नेताओं को पीएम मोदी ने दिए ये उपहार

NDA या INDIA... महाराष्ट्र और झारखंड में किसकी सरकार, शनिवार को आएंगे नतीजे, UP पर भी नजर

OpenAI ला रही वेब ब्राउजर, गूगल को मिल रही कांटे की टक्कर

लोकायुक्त संशोधन विधेयक विधान परिषद में पेश, नारा लोकेश ने गठबंधन सरकार की प्रतिबद्धता पर दिया जोर