दक्षिण कोरिया में राजनीतिक संकट लगातार गहरा रहा है और अब महाभियोग का सामना कर रहे राष्ट्रपति यून सुक योल को गिरफ्तार करना जांचकर्ताओं के लिए टेढ़ी खीर बन गया है। यून सुक योल की गिरफ्तारी का विरोध होने के बाद जांचकर्ताओं ने पुलिस से मदद मांगी है। दक्षिण कोरिया की भ्रष्टाचार-रोधी एजेंसी ने कहा कि उसने पुलिस से महाभियोगाधीन राष्ट्रपति यूं सुक येओल के लिए गिरफ्तारी वारंट के निष्पादन की जिम्मेदारी लेने को कहा है। यह अनुरोध 3 जनवरी, 2025 को राष्ट्रपति गार्डों के साथ तनावपूर्ण गतिरोध के बाद गिरफ्तारी वारंट को निष्पादित करने के असफल प्रयास के बाद आया है, जिन्होंने जांचकर्ताओं की पहुंच को अवरुद्ध करने के लिए एक मानव श्रृंखला बनाई थी।
भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी और पुलिस ने सोमवार को यून की हिरासत के संबंध में एक सप्ताह के वारंट की अवधि समाप्त होने से कुछ घंटे पहले इस चर्चा किए जाने की पुष्टि की। पुलिस ने कहा कि वह एजेंसी के अनुरोध पर विचार कर रही है। भ्रष्टाचार जांच कार्यालय उच्च पदस्थ अधिकारियों से संबंधित ऐसे मामलों को देखता है और पुलिस के अनुसार, यून को हिरासत में लेने के लिए भ्रष्टाचार जांच कार्यालय के अदालत से नया वारंट जारी करने का अनुरोध करने की संभावना है। वारंट की अवधि सोमवार मध्य रात्रि को समाप्त हो रही है। यह फिलहाल स्पष्ट नहीं है कि भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी इस अवधि के समाप्त होने से पहले यून को हिरासत में लेने का एक और प्रयास करेगी या नहीं। माना जाता है कि पुलिस के पास राष्ट्रपति को हिरासत में लेने के वास्ते संभवतः अधिक सशक्त प्रयास करने के लिए संसाधन हैं।
‘सियोल वेस्टर्न डिस्ट्रिक्ट कोर्ट’ ने यून को हिरासत में लेने का वारंट 31 दिसंबर को जारी किया था, क्योंकि वह पूछताछ के लिए जांच अधिकारियों के समक्ष पेश नहीं हो रहे थे। लेकिन जब तक यून अपने आधिकारिक आवास में हैं उन्हें हिरासत में लिया जाना काफी जटिल है। राष्ट्रपति इस बात से निराश थे कि विपक्षी दलों की बहुमत वाली संसद उनकी नीतियों को बाधित कर रही थी, जिसके बाद उन्होंने तीन दिसंबर को ‘मार्शल लॉ’ लगाने की घोषणा की। हालांकि मार्शल लॉ केवल कुछ घंटे तक ही लागू रहा लेकिन इसने देश की राजनीति, कूटनीति और वित्तीय बाजारों में हलचल मचा दी। भ्रष्टाचार रोधी एजेंसी, पुलिस और सैन्य जांच अधिकारी संयुक्त रूप से इस मामले की जांच कर रहे हैं।