राहुल गांधी के अमेरिका में दिए बयान को लेकर चौतरफा हमला शुरू हो गया है। केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी ने राहुल गांधी पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राहुल विदेश जाकर देश को बदनाम करते हैं। ऐसे लोग देश विरोध का काम कर रहे हैं। इनकी संसद की सदस्यता रद्द की जाए। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राहुल की संसद सदस्यता इस तरह के बयान देने पर रद्द कर दिया जाना चाहिए। जीतन राम मांझी ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि कोई भी देशभक्त विदेशी धरती पर जाकर जनता की चुनी गई सरकार पर अभद्र टिप्पणी नहीं कर सकता। राहुल गांधी का बयान एक देशद्रोही का बयान है उनके उपर मुकदमा दर्ज होना चाहिए। रही बात आरक्षण की तो नरेंद्र मोदी जी के रहते किसी राहुल गांधी की हैसियत नहीं कि देश से आरक्षण खत्म कर दे।
लोकसभा में विपक्ष का नेता बनने के बाद राहुल गांधी का ये पहला अमेरिकी दौरा है। राहुल जब भी विदेश जाते हैं तो देश में विवादों की आंधी आ जाती है। इस बार भी यही हो रहा है। राहुल गांधी के जिन बयानों को लेकर देश में हंगामा हो रहा है उसके केंद्र में धर्म, चुनावी प्रक्रिया और आरक्षण है। वही आरक्षण कार्ड जिसको लेकर दावा है कि 2024 के चुनाव में उसने प्रधानमंत्री मोदी को लगातार तीसरी बार बहुमत पाने से रोक दिया।
वॉशिंगटन डीसी के जार्ज टाउन यूनिवर्सिटी में जब राहुल से पूछा गया कि भारत में आरक्षण कब तक चलेगा। उसके जवाब में राहुल ने जो बातें कही उसने हिंदुस्तान में बड़ा बखेरा खड़ा कर दिया। राहुल ने कहा कि हम आरक्षण समाप्त करने के बारे में तब सोचेंगे जब भारत में सब एक समान होंगे। भारत में अभी सब समान नहीं हैं। आरक्षण ही वो मुद्दा है जिसे कांग्रेस को 99 तक पहुंचाने का श्रेय दिया जाता है।