By अंकित सिंह | Apr 18, 2022
दिल्ली के जहांगीरपुरी में हनुमान जयंती के दिन हुई हिंसा को लेकर पुलिस लगातार कार्रवाई कर रही है। हालांकि पुलिसिया कार्रवाई को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने कई सवाल खड़े किए है। असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया है कि पुलिस एकतरफा कार्रवाई कर रही है। उन्होंने हिंसा के लिए दिल्ली सरकार और केंद्र की मोदी सरकार को जिम्मेदार बताया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अंसार को आरोपी बनाना बिल्कुल गलत है। उन्होंने दावा किया कि सरकार चाहती थी कि हिंसा हो। ओवैसी ने कहा कि मस्जिद पर झंडा लगाने की कोशिश की गई। वह लोग तलवार लेकर पहुंचे थे। क्या तलवार ले जाना इस देश में गैरकानूनी नहीं रहा?
इससे पहले दिल्ली के पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने कहा कि जहांगीरपुरी हिंसा के सिलसिले में अब तक दोनों समुदायों के 23 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इसमें शामिल लोगों को वर्ग, पंथ या धर्म के आधार पर बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस प्रमुख ने इन दावों का भी खंडन किया कि हनुमान जयंती शोभायात्रा के दौरान जहांगीरपुरी की एक स्थानीय मस्जिद में भगवा झंडा फहराने का प्रयास किया गया था। उन्होंने कहा कि कुछ लोग स्थिति को तनावपूर्ण बनाए रखने के लिए सोशल मीडिया पर अफवाहें फैलाने की कोशिश कर रहे है। उन्होंने लोगों से इन पर ध्यान न देने की अपील की। पुलिस आयुक्त ने कहा कि शनिवार को हुईं हिंसक झड़पों की जांच अपराध शाखा को सौंप दी गई है और इसे सिलसिले में 14 टीमों का गठन किया गया है।