By रितिका कमठान | Oct 04, 2024
मौसम विभाग यह कह चुका है कि दिल्ली एनसीआर में मानसून जा चुका है। मानसून के जाने के बाद अब प्रदूषण दिल्ली में एक नया मुद्दा बनाकर फिर से उभरने लगा है। दिल्ली में प्रदूषण का मुद्दा अब गंभीर होता जा रहा है। मानसून के जाते ही राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में प्रदूषण का स्तर गिरने लगा है।
औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक यानी 181 दिल्ली में दर्ज हुआ है। दिल्ली में यह मध्यम श्रेणी का प्रदूषण है। इससे पहले 3 अक्टूबर को दिल्ली में एक यूआई 162 दर्ज हुआ था। सर्दियों के आने से पहले ही मध्यम श्रेणी में पहुंच प्रदूषण यह बताता है कि आने वाले दिनों में परेशानी काफी अधिक बढ़ सकती है।
आनंद विहार में 400 पहुंचा एक्यूआई
दिल्ली एनसीआर के कई इलाकों में प्रदूषण अब गंभीर श्रेणी में पहुंचने की ओर बढ़ रहा है। दिल्ली एनसीआर की कई इलाके ऐसे हैं जहां खराब प्रदूषण का स्तर बना हुआ है। दिल्ली गाजियाबाद सीमा पर स्थित आनंद विहार में 3 अक्टूबर की रात में एक 389 दर्ज हुआ था। वही चार अक्टूबर की सुबह आठ बजे इसका स्तर 399 बना रहा। इससे साफ है कि दिल्ली में लगातार प्रदूषण की स्थिति गंभीर होती जा रही है।
बता दे कि प्रदूषण का स्तर जब 301 के पार होता है तो इसे बहुत खराब श्रेणी कहा जाता है। आनंद विहार के अलावा मुंडका, द्वारका और वजीरपुर में भी एयर क्वालिटी इंडेक्स 200 के ऊपर ही दर्ज हुआ है जो खराब श्रेणी मानी जाती है।
एनसीआर की हवा भी हो रही खराब
दिल्ली के अलावा एनसीआर की स्थिति भी ज्यादा अच्छी नहीं है। दिल के पड़ोसी शहर जैसे गाजियाबाद और नोएडा में भी प्रदूषण का असर उच्च बना हुआ है। गाजियाबाद में एक यूआई 224 और नोएडा में 216 बना हुआ है। हालांकि गुरुग्राम और फरीदाबाद में एक यूआई की स्थिति थोड़ी बेहतर है जहां यह क्रमशः 99 और 109 पर बना हुआ है।