By अंकित सिंह | Sep 16, 2024
दिल्ली की तिहाड़ जेल से रिहा होने के कुछ दिनों बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अप्रत्याशित घटना से सभी को चौंका दिया। उन्होंने कहा कि वह दो दिन में इस्तीफा दे देंगे। यह आश्चर्य की बात थी क्योंकि इस पूरे समय में, उन्होंने भाजपा की सीएम पद छोड़ने की मांग का विरोध किया था। हालांकि, अब केजरीवाल के इस ऐलान के बाद भाजपा उनपर एक बार फिर से हमलावर हो गई है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने केजरीवाल को चुनौती देते हुए बड़े सवाल पूछे हैं।
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि मैं उन्हें (अरविंद केजरीवाल) चुनौती देता हूं।' क्या आपमें उन लोगों के घरों पर जाने का साहस है जिन्होंने (शराब) लत के कारण अपनी जान गंवा दी या जिनके परिवार इसके कारण पीड़ित हैं? यदि हां, तो 'अग्निपरीक्षा' दें। उन्होंने कहा कि 77 साल में यह पहली बार है कि दिल्ली में जलभराव के कारण इतनी मौतें हुई हैं। हर विभाग भ्रष्ट है। सचदेवा ने कहा कि बीजेपी का हर कार्यकर्ता चुनाव के लिए तैयार है और लोग चाहते हैं कि दिल्ली भ्रष्टाचार से मुक्त हो। हम जल्द से जल्द चुनाव कराने की मांग करते हैं।
सचदेवा ने कहा है कि अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा देना उनका मर्यादा पालन नहीं बल्कि उनकी मजबूरी है। कल से जनता के बीच में जाना की वह बात कर रहे हैं मैं उन्हें चुनौती देता हूं कि दिल्ली के लाखों परिवारों को शराब के नशे में धकेलने वाले केजरीवाल कल दिल्ली की महिलाओं के बीच जा कर दिखाएं। उन्होंने कहा कि जिस बच्ची के पिता ने पढ़ाई में लगने वाली पैसे को शराब खरीदने में खर्च किया, क्या उस परिवार से मिलने की अरविंद केजरीवाल हिम्मत रखते हैं तो वह मेरे साथ चले। दिल्ली के युवा को नशे में धकेलने वाले अरविंद केजरीवाल से आज दिल्ली की जनता उनके भ्रष्टाचार का हिसाब मांग रही है।
वीरेन्द्र सचदेवा ने कहा कि आजादी से लेकर अब तक पिछले 77 सालों में दिल्ली ऐसा पहला राज्य बना है जहां के मुख्यमंत्री के भ्रष्टाचार का परिणाम है कि सिर्फ जल भराव के कारण 43 मौतें हुई हैं। सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की जनता अब केजरीवाल सरकार से मुक्ती चाहती है इसलिए नवंबर में चुनाव की बात करने वाले केजरीवाल अक्टूबर में ही चुनाव करा दे क्योंकि भारतीय जनता पार्टी का हर कार्यकर्ता हमेशा चुनाव के लिए रेडी रहता है। अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता को 2013- 14 में ठग लिया था, अब उनकी चालाकी नहीं चलने वाली और दिल्ली को वह बेवकूफ बनाना बंद करें।