By अंकित सिंह | May 08, 2023
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में शराब घोटाले को लेकर भाजपा और आप के बीच राजनीतिक वार-पलटवार का दौर जारी है। दो आरोपियों को कोर्ट से जमानत मिलने के बाद आम आदमी पार्टी भाजपा पर हमले कर रही है। अब भाजपा की ओर से पलटवार किया गया है। भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि अरविंद केजरीवाल बहुत घबराए हुए हैं। इतने घबराए हुए हैं कि झूठी प्रेस कॉन्फ्रेंस करवा रहे हैं। उन्होंने कहा कि 6 मई 2023 को एक सह-आरोपी को जमानत मिलती है और 'पापी आप' के सारे प्रवक्ता बाहर आकर कह देते हैं कि कोई सबूत नहीं है। उन्होंने कहा कि मनीष सिसोदिया तो झाँकी हैं, अरविंद केजरीवाल अभी बाकी है!
गौरव भाटिया ने कहा कि किसी भी अभियुक्त का बेल ऑर्डर उन्हीं के लिए होता है, ये कोई अंतिम फैसला नहीं होता है। कोर्ट ने अपने ऑर्डर में कहा है कि राजेश जोशी किसी मीटिंग में नहीं गए इसलिए और इन्होने मनीष सिसोदिया को कोई पे-बैक नहीं दिया... इसलिए यह जमानत दी गई। उन्होंने कहा कि इसके ऊपर संजय सिंह जी ने कहा कि- अरविंद केजरीवाल की छवि को खराब किया जा रहा है। केजरीवाल जी, जो पाप करते हैं, जनता का पैसा लूटते हैं उनकी छवि क्या खराब होगी। भाटिया ने कहा कि कोर्ट ने सिसोदिया की जमानत खारिज की; न्यायालय के आदेशों में से एक पैराग्राफ पढ़ता हूं '..इस प्रकार, उपरोक्त चर्चा से यह स्पष्ट है कि आवेदक (मनीष सिसोदिया) ने उपरोक्त आपराधिक साजिश में सबसे महत्वपूर्ण और महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और वह इसमें गहराई से शामिल था। इसलिए, न्यायालय की राय में, आवेदक (मनीष सिसोदिया) के खिलाफ लगाए गए आरोप प्रकृति में गंभीर हैं'।'
भाजपा नेता ने साफ तौर पर कहा आप न्यायालय का अपमान कर रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली उच्च न्यायालय को संज्ञान लेना चाहिए कि एक लंबित मामले में मनीष सिसोदिया, जो खुद मुख्य आरोपी हैं, उनकी पार्टी कहती है कि इस मामले में कुछ है नहीं जबकि उनकी जमानत अभी लंबित है.. पेंडिंग है। केजरीवाल की पूरी राजनीति भ्रष्टाचार, झूठ बोलना और 'I am Sorry' पर टिकी है। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार का पर्याय कोई है तो अरविंद केजरीवाल है। भ्रष्टाचार की पराकाष्ठा कोई है तो अरविंद केजरीवाल है। कट्टर बेईमान कोई है तो अरविंद केजरीवाल है और जिसकी नाक के नीचे शराब घोटाला हुआ है वो अरविंद केजरीवाल है। इसके साथ ही उन्होंने तंज सकते हुए कहा कि लोग आज कह रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल शराब में इतना डूब गए हैं कि उनको न्यायालय के आदेश भी नहीं दिखाई दे रहे हैं।