By रितिका कमठान | Oct 29, 2024
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मंगलवार को एक बार फिर से धुंध की पतली परत छाई रही है। आसमान में धुंध होने से साफ है कि दिल्ली की हवा का स्तर काफी खराब हो रहा है। दिल्ली के कई हिस्सों में वायु गुणवत्ता का स्तर काफी खराब बताया गया है।
दिल्ली के कुछ हिस्सों में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार सुबह 7 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 300 से अधिक दर्ज किया गया। आनंद विहार में सुबह 7:00 बजे AQI 317 पर पहुंच गया, जबकि आया नगर में AQI 312 दर्ज किया गया, जो दोनों ही 'बहुत खराब' श्रेणी में आते हैं। जहांगीरपुरी में भी AQI 308 रहा। इसके विपरीत, चांदनी चौक में हवा की गुणवत्ता बेहतर रही, जो 191 दर्ज की गई, जिसे 'मध्यम' माना जाता है।
इस बीच, दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने सोमवार को बताया कि पंजाब में पराली जलाने की 108 घटनाएं दर्ज की गईं। उन्होंने वायु प्रदूषण की चिंताओं को लेकर कपूरथला हाउस में पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन सौंपने के लिए पंजाब के मुख्यमंत्री से मिलने की मांग की, लेकिन वे उनसे नहीं मिल पाए। दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि अकेले पंजाब में 26 अक्टूबर को पराली जलाने के 108 मामले सामने आए, फिर भी दिल्ली सरकार के मंत्री अक्सर पड़ोसी राज्यों हरियाणा और उत्तर प्रदेश पर दोष मढ़ते हैं।
सचदेवा ने कहा, "दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति खराब होती जा रही है, जिसे अब दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी माना जाता है। यह जानने के बाद कि पंजाब के मुख्यमंत्री आज यहां मौजूद हैं, हमने एक बैठक का अनुरोध किया। आप का नेतृत्व लगातार पंजाब सरकार को बचाने का प्रयास कर रहा है। 26 अक्टूबर को पंजाब में पराली जलाने की 108 घटनाएं दर्ज की गईं, लेकिन इसके लिए हरियाणा और यूपी को दोषी ठहराया जा रहा है। हमारे पास डेटा है जो दर्शाता है कि हरियाणा और यूपी में पराली जलाने की घटनाएं क्रमशः 16 और 11 हैं। अगर वे अभी भी पंजाब में पराली जलाने पर नियंत्रण नहीं कर रहे हैं, तो यह राजनीतिक है। आज कई लोग इससे संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं।"
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि अगर पंजाब और दिल्ली की आप सरकारें वायु प्रदूषण के बारे में वाकई गंभीर होतीं, तो वे ज्ञापन स्वीकार कर लेतीं, जिसमें उत्तर प्रदेश और हरियाणा में पराली जलाने में कमी का उल्लेख है। भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने कहा कि पंजाब में सत्ता में आने से पहले आप ने बड़े-बड़े वादे किए थे, जिसमें पराली जलाने की समस्या से निपटने की कसम खाई गई थी, जिससे दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ गया। उन्होंने कहा कि अब वे चर्चा के लिए भी तैयार नहीं हैं।