By अनुराग गुप्ता | Oct 08, 2021
नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी मामले को लेकर सियासत गर्मायी हुई है। इसी बीच चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस का नाम लिए बिना ही निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि जो लोग यह सोच रहे हैं कि ग्रैंड ओल्ड पार्टी (जीओपी) के सहारे विपक्ष की तुरंत वापसी होगी वे गलतफहमी में हैं।
उन्होंने आगे लिखा कि दुर्भाग्य से जीओपी की जड़ों और उनकी संगठनात्मक संरचना में बड़ी खामियां हैं। फिलहाल इस समस्या का कोई त्वरित समाधान नहीं है।
क्या कांग्रेस से नाराज हैं पीके ?
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थी और पार्टी में भी उनके शामिल होने की लगभग प्रक्रिया पूरी हो चुकी थी लेकिन उनकी इस टिप्पणी के बाद अटकलों पर विराम लगता हुआ दिखाई दे रहा है।
माना जा रहा था कि कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी की मुहर लगना ही बस बाकी थी और जैसे ही सोनिया गांधी मुहर लगाती एक बड़े से कार्यक्रम के माध्यम से प्रशांत किशोर को पार्टी में शामिल करा लिया जाता। सूत्रों से जानकारी भी मिली थी कि वो कांग्रेस में कई तरह के बदलाव की योजना भी बना चुके थे।