दलाई लामा ने अमेरिका की ओर से तिब्बती मामले पर उजरा जेया की नियुक्ति को सराहा

By विजयेन्दर शर्मा | Dec 24, 2021

धर्मशाला। तिब्बतीयों के आध्यात्मिक नेता दलाई लामा ने अमेरिका के उस कदम को सराहा है जिसमें उन्होंने सुश्री उज़रा ज़ेया को तिब्बती मुद्दों के लिए अमेरिका की विशेष समन्वयक नियुक्त किया है।  उनकी नियुक्ति से इन दिनों खुशी की लहर है। तिब्बतीयों को उम्मीद है कि बाईडेन प्रशासन के इस कदम से चीन पर दवाब बनाया जा सकेंगा। और तिब्बती अंदोलन को भी नई दिशा मिलेगी। 

 

 तिब्बत के मुद्दों के लिए अमेरिका की विशेष संयोजक के तौर पर जेया 2020 के तिब्बती नीति एवं सहयोग अधिनियम के अनुरूप तिब्बत के मामलों से संबंधित अमेरिकी सरकार की नीतियों‚ कार्यक्रमों और परियोजनाओं का समन्वय करेंगी।दलाई लामा ने उजरा जेया को बधाई देते हुये अपने पत्र में उम्मीद जताई है कि उजरा जेया तिब्बती लोगों की स्थिति में सुधार लाने में महत्वपूर्ण योगदान देने में सक्षम होंगी।

दलाई लामा ने लिखा है कि“निरंतर और लगातार अमेरिकी समर्थन स्वतंत्रता और सम्मान के लिए हमारे शांतिपूर्ण संघर्ष में तिब्बतियों के लिए महान प्रोत्साहन का स्रोत रहा है।

 

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यद्यपि मैंने एक निर्वाचित तिब्बती नेतृत्व को राजनीतिक अधिकार सौंप दिया है, फिर भी मैं तिब्बती पहचान, हमारी विशिष्ट संस्कृति और विरासत के अस्तित्व और तिब्बत के नाजुक प्राकृतिक पर्यावरण की सुरक्षा के बारे में चिंतित हूं। मुझे यह देखकर प्रसन्नता हो रही है कि आपने अपनी पहली टिप्पणी में उल्लेख किया था कि ये आपकी प्राथमिकताएं होंगी। जैसा कि आप जानते हैं, तिब्बती लोगों के शांतिपूर्ण संघर्ष में व्यापक अंतरराष्ट्रीय हित और समर्थन रहा है, जिनकी अहिंसा और करुणा की समृद्ध संस्कृति में दुनिया में योगदान करने की इतनी क्षमता है। 

 

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दलाई लामा ने विश्वास जताया कि लंबे समय में सत्य की शक्ति प्रबल होगी।“मैं आपसे मिलने और उन मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान करने के लिए उत्सुक हूं जो आपके समर्थन और पहल से लाभान्वित हो सकते हैं। मुझे विश्वास है कि आप हमारे निर्वाचित तिब्बती नेतृत्व के निकट संपर्क में रहेंगे।“दलाई लामा ने कहा कि उन्हें यह देखने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है कि तिब्बती मुद्दों के समन्वय के अलावा, लोकतंत्र की चिंता भी सुश्री ज़ेया के पोर्टफोलियो का हिस्सा है और अमेरिका ने हाल ही में एक लोकतंत्र शिखर सम्मेलन आयोजित किया है।उन्होंने निष्कर्ष निकाला, “मेरा दृढ़ विश्वास है कि संयुक्त राज्य अमेरिका लोकतंत्र, स्वतंत्रता और मानवाधिकारों के मूलभूत मूल्यों के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने में नेतृत्व की भूमिका निभा सकता है।

 

अमेरिका ने तिब्बत के मुद्दों के लिए भारतीय मूल की राजनयिक उजरा जेया को अपना विशेष संयोजक नियुक्त किया है। उन्हें तिब्बत पर एक समझौते के लिए चीन और दलाई लामा या उनके प्रतिनिधियों के बीच ‘ठोस बातचीत' को आगे बढने का काम सौंपा गया है। अपने राजनयिक करियर में नई दिल्ली में भी तैनात रह चुकी जेया ने 2018 में अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति ड़ोनाल्ड़ ट्रंप की नीतियों के खिलाफ विदेश सेवा से इस्तीफा दे दिया था। वह नागरिक सुरक्षा‚ लोकतंत्र और मानवाधिकारों की अवर सचिव भी हैं। तिब्बत के मुद्दों के लिए अमेरिका की विशेष संयोजक के तौर पर जेया 2020 के तिब्बती नीति एवं सहयोग अधिनियम के अनुरूप तिब्बत के मामलों से संबंधित अमेरिकी सरकार की नीतियों‚ कार्यक्रमों और परियोजनाओं का समन्वय करेंगी। 


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