By निधि अविनाश | Jul 30, 2022
28 जुलाई से राष्ट्रमंडल खेलों की शुरूआत हो गई है और पाकिस्तान का दल भी अपना प्रदर्शन देने के लिए तैयार है। कई परिस्थितियों के बीच पाकिस्तान की चार सदस्यीय बैडमिंटन टीम इन खेलों में पहुंचने में कामयाब हो गई है।बता दें कि आर्थिक तंगी के कारण पाकिस्तान के खेल बोर्ड ने राष्ट्रमंडल खेलों के दल से बैडमिंटन टीम को हटा दिया था। लेकिन आखिरी वक्त पर बोर्ड को प्रयोजक मिल गए जिसके कारण बैडमिंटन टीम बर्मिंघम पहुंच पाई। कम खिलाड़ी होने के कारण पाकिस्तान को अपना पहला मैच भारत के साथ शुक्रवार को युगल में खेलना पड़ा। पाकिस्तान की गजाला सिद्दीकी को शुक्रवार को मिश्रित युगल में खेलना पड़ा वहीं पुरूष टीम में मुराद अली और इरफान सईद भट्टी शामिल हैं। भारत से हार के बाद पाकिस्तान के खिलाड़ी शहजाद ने कहा कि हर टीम में आठ खिलाड़ी हैं और हम चार है। मैं एकल खिलाड़ी हूं लेकिन मुझे युगल और मिश्रित युगल में भी खेलना पड़ेगा। ऐसे में ध्यान केंद्रित करना और एकाग्रता बनाए रखना मुश्किल होता है।"
शहजाद का लक्ष्य पेरिस ओलंपिक 2014 में जगह बनाना है, लेकिन पाकिस्तान में आर्थिक तंगी और सुविधाओं की कमी होने के कारण उन्हें काफी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। शाहजाद ने कहा कि ‘‘पाकिस्तान जैसे देश में अभ्यास करना बहुत कठिन है। आपको अपना खर्चा खुद ही उठाना पड़ेगा। हमारे यहां अच्छे कोच नहीं है और आपको अपनी फिटनेस पर भी स्वयं ही खर्च करना पड़ेगा।हमारे देश में अच्छे अभ्यास स्थलों की कमी है। उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान में कोई खिलाड़ी नहीं आता है और हम बहुत अधिक अंतरराष्ट्रीय मैच नहीं खेलते हैं। इसलिए हमारे खेल का स्तर नहीं बढ़ पाता है। मुझे स्वयं लगता है कि मेरा खेल जस का तस है और इसमें सुधार करने के लिए मुझे विदेशों में अभ्यास करने की जरूरत है।''लाहौर की गजाला ने अपनी परेशानी बताते हुआ कहा कि ‘‘हमारे देश में केवल क्रिकेट को ही सहयोग मिलता है। मैं दो जगह नौकरी करती हूं क्योंकि एक नौकरी से परिवार पालना मुश्किल है। में पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी हूं और इसलिए मेरी जिम्मेदारियां अधिक है।''