By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Oct 31, 2021
नयी दिल्ली। देश में जब दीपावली की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं, तब कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुपालन की चर्चाओं के बीच सिर्फ दो प्रतिशत भारतीयों को लगता है कि मास्क लगाना कोविड-19 से बचाव का एक प्रभावी उपाय है जबकि केवल तीन प्रतिशत महसूस करते हैं कि उनके इलाकों और जिलों में लोग आपस में दूरी रखने के मानदंडों का पालन कर रहे हैं। एक सर्वेक्षण से यह बात सामने आयी है।
समुदाय आधारित डिजिटल प्लेटफॉर्म लोकल सर्किल्स द्वारा किये गए सर्वेक्षण के दौरान देश के 366 जिलों में 20,000 से अधिक नागरिकों से 39,000 से अधिक प्रतिक्रियाएं मिलीं, जिन्होंने बताया कि कैसे लोग त्योहारों के मौसम और यात्रा के दौरान मास्क लगाने और आपस में दूरी जैसे नियमों का पालन कर रहे हैं। सैंतालीस प्रतिशत उत्तरदाता टियर 1 जिलों से, 30 प्रतिशत टियर 2 जिलों से और 23 प्रतिशत टियर 3, 4 और ग्रामीण जिलों से थे। उत्तरदाताओं में 65 प्रतिशत पुरुष थे, जबकि 35 प्रतिशत महिलाएं थीं। सर्वेक्षण में पाया गया कि केवल दो प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि उनके क्षेत्र, जिले या शहर में 90 प्रतिशत से अधिक लोग मास्क लगाने के नियम का अनुपालन करते हैं और केवल 16 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि यात्रा के दौरान हवाई अड्डों, स्टेशनों और बस स्टैंड आदि पर मास्क लगाना प्रभावी है।
सितंबर में लोकल सर्किल द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, 13 प्रतिशत नागरिकों ने महसूस किया कि उनके क्षेत्र, जिले या शहर में मास्क नियम का अधिक पालन हो रहा है, जबकि 30 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने महसूस किया कि यात्रा के दौरान मास्क लगाना प्रभावी है। नवीनतम सर्वेक्षण में, केवल तीन प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि उनके क्षेत्र, जिले या शहर में आपस में दूरी का अनुपालन प्रभावी है और नौ प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि यात्रा के दौरान आपस में दूरी का अनुपालन अब न के बराबर है। सितंबर के सर्वेक्षण के अनुसार, बस छह प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा था कि उनके क्षेत्र, जिले या शहर में आपस में दूरी का अनुपालन अधिक था।