By अंकित सिंह | Jul 15, 2024
राजनीति के केंद्र में रहने वाला अमेठी एक बार फिर से सुर्खियों में है। हालांकि, इस बार राजनीति और चुनाव लड़ाई को लेकर नहीं, बल्कि विवादित नारे की वजह से है। दरअसल, गांधी परिवार और कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले अमेठी में मोहर्रम जुलूस के दौरान विवादित नारे लगने से अमेठी का माहौल गर्मा गया है। मुहर्रम के जुलूस में युवकों द्वारा लगाए गए भड़काऊ नारे से हड़कंप मचा है। जुलूस के दौरान युवकों ने “हिंदुस्तान में रहना है, या हुसैन कहना है” के नारे लगाए, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के साथ ही पुलिस एक्शन में आ गई। पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है और कुछ संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है। पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने एक बयान में कहा, “मुसाफिरखाना पुलिस स्टेशन के अंतर्गत सोशल मीडिया के माध्यम से एक वीडियो संज्ञान में लाया गया है। वीडियो में दिख रहे लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। जांच चल रही है। मामले में उचित कार्रवाई की जाएगी।”
यह ऐसे समय में आया है जब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उनका प्रशासन राज्य में मुहर्रम और ताजिया जैसे मुस्लिम त्योहारों को शांतिपूर्ण ढंग से आयोजित करने में सक्षम है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने विवादित नारेबाजी करने के आरोप में अब तक 6 लड़कों को गिरफ्तार भी किया गया है। उनसे पूछताछ लगातार जारी है। बता दें रविवार देर शाम मुसाफिरखाना कस्बे में मोहर्रम का जुलूस निकला था। जुलूस के दौरान कुछ युवकों द्वारा विवादित नारा लगाने का मामला सामने आया। सोशल मीडिया पर वायरल हुए एक वीडियो चर्चा विषय बन गया।
वायरल वीडियो मोहर्रम के जुलूस का बताया जा रहा है, जिसमें कुछ युवक हिंदुस्तान में रहना है, या हुसैन कहना है, का नारा लगाते हुए सुने जा रहे हैं। वीडियो मुसाफिरखाना का बताया जा रहा है। अमेठी पुलिस ने इस मामले में जांच पड़ताल व कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं वीडियो वायरल होने के बाद अमेठी का संत समाज भी नाराज हो रहा है। सागरा आश्रम पीठाधीश्वर मौनी महाराज ने वायरल वीडियो पर आपत्ति जताते हुए मुख्यमंत्री व पुलिस अधीक्षक से मामले में कार्रवाई की गुहार लगाई है और कहां है कि ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई हो जिससे भविष्य में इस तरह का माहौल न बन पाए।