By अनन्या मिश्रा | Oct 03, 2024
हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी प्रत्याशी चुनाव प्रचार में जुटे हैं। राज्य के उचाना कलां निर्वाचन क्षेत्र में बड़ा सियासी मुकाबला देखने को मिल रहा है। इस सीट पर एक-दूसरे के प्रतिद्वंद्वी दो प्रमुख सियासी परिवार आमने-सामने है। एक तरफ पूर्व उप प्रधानमंत्री देवी लाल के पड़पोते दुष्यंत सिंह चौटाला हैं, तो वहीं दूसरी तरफ से पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के बेटे बृजेंद्र सिंह हैं। वहीं भाजपा ने देवेंद्र चतरभुज अत्री को अपना प्रत्याशी बनाया है। हरियाणा के पूर्व उपमुख्य़मंत्री और जेजेपी के नेता दुष्यंत इस सीट से मौजूदा विधायक हैं।
बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में आए थे बृजेंद्र
दुष्यंत चौटाला के खिलाफ नौकरशाह से नेता बने और कांग्रेस के टिकट पर उचाना कलां सीट से बृजेंद्र सिंह चुनावी मैदान में हैं। बता दें कि बृजेंद्र सिंह और उनके पिता वीरेंद्र सिंह ने भारतीय जनता पार्टी का दामन छोड़ कांग्रेस से हाथ मिला लिया। यह सीट राज्य के राजनीतिक गढ़ माने जाने वाले जींद जिले में आता है। साल 2014 में किसान नेता सर छोटू राम के पोते बीरेंद्र सिंह ने कांग्रेस के साथ अपने चार दशक पुराने रिश्ते को तोड़ दिया था और बीजेपी में शामिल हो गए थे।
इस सीट से दुष्यंत चौटाला के जीत से पहले यह बीरेंद्र सिंह के परिवार का गढ़ मानी जाती थी। इस निर्वाचन क्षेत्र से पूर्व केंद्रीय मंत्री 5 बार विधायक रहे हैं। उनके बेटे बृजेंद्र सिंह पार्टी का साथ छोड़ने से पहले हिसार से बीजेपी सांसद थे। हालांकि दुष्यंत चौटाला को बृजेंद्र सिंह अपना प्रतिद्वंद्वी नहीं मानते हैं, उनका मानना है कि उनका मुख्य मुकाबला बीजेपी के प्रत्याशी देवेंद्र चतरभुज अत्री से है।
भाजपा प्रत्याशी
बता दें कि हरियाणा में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने उचाना कलां सीट से देवेंद्र चतरभुज अत्री को अपना प्रत्याशी बनाया है। साल 2019 में इस सीट से दुष्यंत चौटाला ने जीत हासिल की थी। दुष्यंत ने बृजेंद्र सिंह की मां प्रेम लता सिंह को 47 हजार से अधिक वोटों से करारी शिकस्त दी थी। देवेंद्र चतरभुज अत्री का मानना है कि उनको उचाना कलां सीट की जनता का प्यार मिल रहा है और वह जीत हासिल करेंगे। उन्होंने कहा कि जनता के आशीर्वाद से उचाना कलां सीट से कोई मुकाबले में नहीं है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भाजपा के अत्री इस सीट से जीत हासिल कर पाते हैं।