By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Dec 13, 2019
नयी दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को कहा कि सरकार ने नागरिकता (संशोधन) विधेयक को लेकर अमेरिकी सांसदों और अन्य हितधारकों से संपर्क किया है। अमेरिकी कांग्रेस की विदेश मामलों की समिति ने विधेयक को लेकर इस बात पर चिंता जतायी थी कि नागरिकता के लिये धार्मिक आधार के कारण बहुलवाद का सिद्धांत कमजोर होता है, जो भारत और अमेरिका के मुख्य साझा मूल्यों में से एक है।
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विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने समिति की चिंताओं के बारे में पूछे जाने पर कहा कि नागरिकता (संशोधन) विधेयक पर भारत सरकार के विचार पहले ही संसद में स्पष्ट किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि हमने अमेरिकी कांग्रेस के सदस्यों और अन्य हितधारकों से संपर्क कर उन्हें विधेयक को लेकर अपने दृष्टिकोण से अवगत कराया है। उन्होंने कहा कि साझा हितों के मामलों पर कांग्रेस और अमेरिका में अन्य हितधारकों के साथ हमारे मजबूत जुड़ाव को देखते हुए, हम उम्मीद करते हैं कि अमेरिकी कांग्रेस के सदस्य विधेयक पर निष्कर्ष तक पहुंचने से पहले हमारे विचारों को ध्यान में रखेंगे।
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अमेरिकी कांग्रेस की विदेश मामलों की समिति ने सोमवार को ट्वीट किया था, ‘‘धार्मिक बहुलवाद भारत और अमेरिका की नींव का केंद्र और हमारे साझा मूल्यों में से एक है। नागरिकता के लिए कोई भी धार्मिक आधार इस सबसे बुनियादी लोकतांत्रिक सिद्धांत को कमजोर करता है।’’ सूत्रों ने कहा कि भारतीय मिशन विभिन्न देशों को विधेयक के बारे में बताएंगे।