By टीम प्रभासाक्षी | Jan 02, 2023
सर्दियों की खिली-खिली धूप में मूंगफली खाना सबको पसंद होता है। मूंगफली ना सिर्फ खाने में स्वादिष्ट लगती है बल्कि यह हमारी सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। मूंगफली में आयरन, कैल्शियम, जिंक, प्रोटीन, विटामिन ई और विटामिन बी 6 जैसे पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं। मूंगफली में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स हमारी त्वचा और बालों के लिए बहुत फायदेमंद है। लेकिन अक्सर हम स्वाद-स्वाद में जरूरत से ज़्यादा मूंगफली खा लेते हैं। डॉक्टर्स के मुताबिक मूंगफली के अत्यधिक सेवन से हमारी सेहत को नुकसान पहुंचाता है। यही कारण है कि मूंगफली का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही करना चाहिए। जरूरत से ज्यादा मात्रा में मूंगफली के सेवन से कई तरह की स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकते हैं। आज के इस लेख में हम आपको बताएंगे कि मूंगफली के अत्यधिक सेवन से कौन से नुकसान होते हैं -
लिवर को पहुंचता है नुकसान
ज्यादा मात्रा में मूंगफली का सेवन लिवर के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित हो सकता है। अधिक मात्रा में मूंगफली खाने से शरीर में अफलेटॉक्सिन की मात्रा बढ़ जाती है। यह एक तरह का विषैला पदार्थ होता है जो लिवर संबंधी बीमारियों का कारण बन सकता है।
त्वचा संबंधी समस्याएं
त्वचा अगर आपकी त्वचा संवेदनशील है तो आपको मूंगफली के अत्यधिक सेवन से त्वचा संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं। ज्यादा मात्रा में मूंगफली खाने से आपको त्वचा पर रैशेज, सूजन और खुजली जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
शरीर में सूजन
मूंगफली में पर्याप्त मात्रा में ओमेगा 6 फैटी एसिड मौजूद होता है जो सेहत के लिए लाभकारी है। लेकिन यह एसिड शरीर में मौजूद ओमेगा 3 की मात्रा को कम कर देता है। ओमेगा 3 हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। शरीर में ओमेगा 3 की कमी से दिल से जुड़ी बीमारियां और सूजन जैसी समस्याएं होती हैं। इसलिए मूंगफली का सेवन हमेशा सीमित मात्रा में ही करना चाहिए।
पेट संबंधी समस्याएं
मूँगफली की तासीर गर्म होती है। यही कारण है कि सर्दियों के मौसम में मूंगफली का सेवन फायदेमंद माना जाता है। लेकिन जरूरत से ज्यादा मूंगफली खाने से पेट संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इससे कब्ज, गैस, एसिडिटी और सीने में जलन जैसी पेट से जुड़ी परेशानियाँ हो सकती हैं।
बढ़ता है दिल की बीमारियों का जोखिम
मूंगफली में सैचुरेटेड फैट मौजूद होता है जो हृदय संबंधी बीमारियों का कारण बन सकता है। अधिक मात्रा में सैचुरेटेड फैट के सेवन से हाई कोलेस्ट्रॉल और हृदय संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
बढ़ सकती है अर्थराइटिस की समस्या
मूंगफली में लैक्टिन अधिक मात्रा में पाया जाता है। लैक्टिन हमारे खून में मौजूद शुगर के साथ मिलकर इंफ्लेमेशन पैदा करता है। इससे शरीर में सूजन और दर्द बढ़ सकता है। यही कारण है कि अर्थराइटिस के मरीजों को मूंगफली के सेवन से परहेज करना चाहिए या कम मात्रा में ही इसका सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही लैक्टिन पचाने में भी आसान नहीं होता है इसलिए पेट के मरीजों को भी मूंगफली के अधिक सेवन से बचना चाहिए।