By अभिनय आकाश | May 24, 2024
पीएम मोदी के साथ एक राजनयिक और मंत्री के रूप में काम करने के अपने अनुभव पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि अपने शपथ ग्रहण (2014 में) के लिए अपने सभी पड़ोसियों को आमंत्रित करना उनका निजी विचार था, नौकरशाही का नहीं। वे एक ऐसे व्यक्तित्व हैं जो आपको लगातार चुनौती देते हैं। उन्हें अपनी टीम की समीक्षा करने, टीम के बारे में सोचने का बहुत शौक है। यह एक संस्कृति बन गई है।
कांग्रेस के नारे 'भाजपा दक्षिण में साफ और उत्तर में हाफ' पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि हमारी दक्षिण में (सीटें)डबल होंगी और विपक्ष के लिए उत्तर में पहले से भी ज्यादा परेशानी होगी। हम निश्चित रूप से दक्षिण में अधिक सीटें हासिल करेंगे, ओडिशा और बंगाल में हम अपनी सीटों की संख्या में सुधार करेंगे।'' पीएम भाजपा के '400 पार' नारे पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा कि हमारे लिए दक्षिण में डबल(सीटें) होंगी और विपक्ष के लिए उत्तर में पहले से भी ज्यादा परेशानी होगी। हम निश्चित रूप से दक्षिण में अधिक सीटें हासिल करेंगे, ओडिशा और बंगाल में हम अपनी सीटों की संख्या में सुधार होगा।
एस जयशंकर ने कहा कि युवा मतदाताओं के साथ बातचीत पर विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने बताया, "मैं विदेश नीति और दुनिया में देश की स्थिति में लोगों की रुचि देखकर बहुत प्रभावित हूं। मुझे लोग यूक्रेन में बचाव अभियान के दौरान चुनौतियां के बारे में सबसे अधिक बार पूछते हैं। रूस के तेल मुद्दे और PoK के बारे में भी काफी पूछा जाता है। मैं आश्चर्यचकित रह गया जब संयुक्त राष्ट्र में सीट के मुद्दे पर चर्चा हुई। (जनता को) लगता है कि भारत को इसके लिए प्रयास करना चाहिए।