By विजयेन्दर शर्मा | Jan 31, 2022
सुनाम ऊधम सिंह वाला। पंजाब में विधानसभा चुनाव क्षेत्र सुनाम ऊधम सिंह वाला इस बार आजादी आंदोलन के शहीद ऊधम सिंह को लेकर नहीं ,बल्कि यहां कांग्रेस से बगावत कर चुनाव मैदान में उतरी दमन थिंद बाजवा को लेकर है। दामन बाजवा का इस बार टिकट कट गया है। लेकिन अब वह आजाद चुनाव मैदान में उतरने का मन बना चुकी है।
यहां स्थानीय स्तर पर दामन थिंद बाजवा को भरपूर समर्थन मिल रहा है। जिससे कांग्रेस के लिये भी मुश्किल खडी हो गई है। इसे देखते हुये पार्टी में बेचैनी है। यहां दामन के समर्थन में आयोजित बैठक में इलाके के सरपंचों ब पंचों ने कांग्रेस हाईकमान की और से विधानसभा चुनाव के लिए दी गई बाहरी उम्मीदवार को टिकट इलाके के लोगों के साथ धोखा करार दिया ।
इस मौके पर गांव के सरपंचों ने कहा कि हमने सभी गांव समस्याओं को हल्का इंचार्ज दमन थिद बाजवा के समाने रखा तो उन्होंने पहले के आधार पर उनके गांव की समास्याओं को सुना उन्होंने कहा कि पार्टी ने उनकी पार्टी प्रति ईमानदारी ब बफादारी ब किया हुए कामों का कैसा सिला दिया है उन्होंने कहा दिडवा हल्के के कांग्रेसी को सुनाम हल्के के लोगों से पिछले पांच सालों से कोई संपर्क नही किया हर मुश्किल की घड़ी में बाजवा परिवार ने हल्के के लोगों के दुःख सुख में साथ दिया है सरपंचों व पंचों ने हाईकमान से अपील करते हुए कहा कि सुनाम ऊधम सिंह वाला की सीट पर फिर से विचार किया जाए कि हम हल्के के पंच सरपंच दमन थिद बाजवा के साथ खड़े है ।
उन्होंने कहा कि अगर यह टिकट नहीं बदली गई तो सभी हल्के के पंच सरपंच कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह देंगे। इस मौके पर सरपंच किरनजीत कौर मुलखा सिंह जगसीर सिंह बलवीर कौर रणजीत सिंह हरबंस कौर गुरमीत सिंह सुखदीप सिंह कुलविंदर कौर परमजीत सिंह हरदीप सिंह अमरजीत कौर सरबजीत कौर अमनदीप कौर जसपाल सिंह से बड़ी संख्या में पंच सरपंचों ने दमन थिद बाजवा के हक़ में खड़े होकर कांग्रेस पार्टी हाईकमान से अपील की
उधर, आप के प्रदेश संयोजक व सांसद भगवंत मान ने दामन बाजवा को टिकट नहीं देने के कांग्रेस के फैसले को उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी द्वारा दिए नारे ’लड़की हूं, लड़ सकती हूं’ से जोड़ते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। सांसद मान ने कहा कि कांग्रेस के ऐसे नारे खोखले साबित हो रहे हैं और सियासी खेल में नारी शक्ति को अपमानित खुद कांग्रेस ही कर रही है।
दामन बाजवा ने भी कांग्रेस के इसी नारे पर कटाक्ष करते कहा कि लड़ने वाली लड़कियों को कांग्रेस नजरअंदाज कर रही है। पिछले छह साल इलाके की सेवा करने के बाद कांग्रेस ने अचानक ही टिकट काट दिया जो एक लड़की के साथ अन्याय है।