By प्रभासाक्षी न्यूज नेटवर्क | Nov 29, 2022
जूरी प्रमुख नदव लापिद ने इसे दुष्प्रचार, भद्दा करार दिया और इसे फिल्म महोत्सव के लिए अनुचित बताया। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, नफरत को आखिरकार नकारा ही जाता है। कांग्रेस प्रवक्ता शमा मोहम्मद ने दावा किया कि सरकार के स्तर से इस फिल्म का प्रचार हुआ और नतीजा यह हुआ कि अंतरारष्ट्रीय स्तर पर देश को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा। गौरतलब है कि 53वें भारत अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव (इफ्फी) के जूरी प्रमुख और इज़राइली फिल्मकार नदव लापिद ने हिंदी फिल्म ‘ द कश्मीर फाइल्स’ को सोमवार को ‘दुष्प्रचार करने वाली‘ और ‘भद्दी’ फिल्म बताया। इफ्फी 2022 के समापन समारोह को संबोधित करते हुए लापिद ने कहा कि फिल्म समारोह में इस फिल्म का प्रदर्शन किए जाने से वह ‘परेशान और हैरान’ हैं।