By अनुराग गुप्ता | Jun 15, 2021
मुंबई। महाराष्ट्र में साल 2024 में विधानसभा चुनाव होना है लेकिन राजनीतिक पार्टियों में अभी से हलचल दिखाई देने लगी है। महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने तो संकेत दिए हैं कि पार्टी आगामी विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ेगी। इसके साथ ही उन्होंने स्वयं के मुख्यमंत्री उम्मीदवार बनने की भी इच्छा जाहिर की है। लेकिन केंद्रीय मंत्री और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष रामदास आठवले को लगता है कि कांग्रेस को अकेले चुनाव लड़ने से बचना चाहिए।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रामदास आठवले ने कहा कि महाविकास अघाड़ी में शामिल कांग्रेस बाकी की दोनों पार्टियों राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और शिवसेना से कमजोर है। ऐसे में उन्हें अकेले चुनाव लड़ने से बचना चाहिए। इस बीच आठवले ने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा कि उनके समर्थन से महाराष्ट्र की सरकार चल रही है। ऐसे में नाना पटोले को शरद पवार और उद्धव ठाकरे से अपनी पार्टी के कोटे से 2-2.5 साल के लिए मुख्यमंत्री नियुक्त करने को लेकर बातचीत करनी चाहिए और अगर ऐसा नहीं होता है तो उन्हें गठबंधन तोड़ देना चाहिए।
बता दें कि महाराष्ट्र में एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस के गठबंधन वाली महाविकास अघाड़ी सरकार है। लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि यहां पर कुछ ठीक नहीं चल रहा है। कांग्रेस नेता नाना पटोले के बयान के बाद टिप्पणियों का सिलसिला शुरू हो गया। इतना ही नहीं राकांपा ने तो उनके बयान पर आपत्ति भी दर्ज कराई। उपमुख्यमंत्री और राकांपा नेता अजित पवार ने कहा कि चुनावी गठबंधन का निर्णय सोनिया गांधी, शरद पवार और उद्धव ठाकरे करेंगे।
उल्लेखनीय है कि नाना पटोले ने खुद को मुख्यमंत्री बनाए जाने की इच्छा प्रकट की थी। इससे पहले उन्होंने कहा था कि साल 2024 के चुनाव में कांग्रेस प्रदेश की सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरेगी और केवल कांग्रेस की विचारधारा ही देश को बचा सकती है।