By दिनेश शुक्ल | May 18, 2020
भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष भूपेंद्र गुप्ता ने सरकार के उस फैसले की आलोचना की है। उन्होनें बताया कि सरकार का कहना है कि कोविड के डेडीकेटेड केयर सेंटर्स पर मरीज नहीं पहुंचते हैं एवं वे ऐसी अवस्था में पहुंचते हैं जब चीजें नियंत्रण में नहीं रह जाती हैं। गुप्ता ने कहा कि सरकार ने जिन 21 तरह के लक्षण में से कोई भी लक्षण मिलने पर तत्काल डेडीकेटेड कोरोना केयर सेंटर पर भर्ती कराने हेतु कलेक्टरों को निर्देशित किया है। जिससे कोरोना का संक्रमण और भी अधिक फैलने का खतरा बढ़ सकता है।
कांग्रेस मीडिया विभाग उपाध्यक्ष गुप्ता ने दावा करते हुए कहा कि डेडीकेटेड 440 कोरोना केयर सेंटर पर ना तो उतनी सुविधाएं उपलब्ध है। जिसका सरकार दावा करती है। यही नहीं इन केयर सेंटरों पर सैनिटाइजेशन की भी सुविधा सुचारू रूप से नहीं है। अगर इन सेंटर्स पर पूर्व से ही कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज भर्ती होगा तथा साधारण बुखार के लक्षण वाले मरीज को भी वहीं भर्ती कर दिया जाएगा। तो संभावित संक्रमण के लिए कौन जिम्मेदारी लेगा ? गुप्ता ने इस फैसले को अव्यावहारिक बताते हुए शासन से इस पर पुनर्विचार करने की अपील की है।