By अभिनय आकाश | Jul 28, 2022
राजस्थान में हनुमानगढ़ जिले के गांव में 11 जुलाई यानी बकरीद के दौरान गौहत्या पर अब इलाके में बवाल मचा है। गौहत्या में शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग कर रहे पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई झड़प भी हुई है। हनुमानगढ़ जिले के भिरानी थाना क्षेत्र के चिरिया गांधी पंचायत और गांधी बाड़ी इलाकों में अगले आदेश तक कर्फ्यू लगा दिया गया और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गईं हैं। । जिलाधीश ने कहा कि शाम को गांधी बड़ी और चिड़िया गांधी ग्राम पंचायत में कर्फ्यू लगा दिया गया।
एफएसएल रिपोर्ट आने के बाद ग्रामीणों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। शुरुआत में प्रशासन कह रहा था कि गांव में गोकशी नहीं हुई है। लेकिन, बाद में पुलिस ने मौके से बरामद मांस को जांच के लिए लैब भेजा था। एफएसएल रिपोर्ट में गौहत्या की पुष्टि हुई है। गोहत्या के आरोप में पुलिस ने चारों आरोपियों फारूक, अनवर, अमीन खान और सिकंदर खान को गिरफ्तार किया था। झड़प के बाद हनुमानगढ़ जिला कलेक्टर नथमल डिडेल और एसपी अजय कुमार सिंह अशांत क्षेत्रों में पहुंचे।
हनुमानगढ़ जिला कलेक्टर नथमल डिडेल और एसपी अजय कुमार सिंह झड़पों के बाद अशांत क्षेत्रों में पहुंचे। प्रशासन ने प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई अधिकांश मांगों को स्वीकार कर लिया था, लेकिन वे नई मांग करते रहे। जिला कलेक्टर नथमल डिडेल ने अंग्रेजी अखबार टीओआई को बताया कि उन्हें विरोध समाप्त करने की सलाह दी गई क्योंकि धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है। लेकिन उन्होंने विरोध जारी रखा। अब तक 45 लोगों को पकड़ा गया है। उन्होंने कहा कि एक महिला ने पुलिस को बताया कि उसने 11 जुलाई को चिड़िया गांधी गांव में गोकशी होते देखी थी, जिसके बाद सरकारी दल ने नमूने एकत्र किए और परीक्षण के लिए भेजे। 18 जुलाई को आई रिपोर्ट में एक नमूने में गोमांस पाया गया था। जिलाधीश ने कहा, एक प्राथमिकी दर्ज की गई थी और छह लोगों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन गांधी बड़ी में लोग और गिरफ्तारी करने,एक धार्मिक स्थल का निरीक्षण करने, सीसीटीवी लगाने आदि मांग कर रहे हैं।