धर्मशाला। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी भाजपा सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए एकजुटता के साथ लामबंद हो चुकी है।पोलिंग बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत बनाने की प्रक्रिया अंतिम चरण में पहुंच गई है।पार्टी का सदस्यता अभियान सभी 68 विधानसभा क्षेत्रों में आरम्भ हो चुका है।
यह जानकारी हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के वरिष्ठ प्रवक्ता दीपक शर्मा ने दी।उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप सिंह राठौर के नेतृत्व में जनजागरण अभियान 64 विधानसभा क्षेत्रों में पूरा किया जा चुका है।जिन विधानसभा क्षेत्रों में कांग्रेस कई वर्षों से पिछड़ती आ रही है उन क्षेत्रों को कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने विशेष तौर पर रणनीति बनाई है।इन क्षेत्रों में प्रदेशाध्यक्ष खुद जनजागरण अभियान चला कर पड़ यात्राएं कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि करोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए प्रदेश कांग्रेस ने अपने सभी जनसम्पर्क के कार्यक्रम हालात सामान्य होने तक स्थगित किए हैं।जैसे ही हालात सामान्य होंगे,पार्टी अपने जनजागरण अभियान को दोबारा गति देगी।दीपक शर्मा ने कहा कि एक तरफ करोना महामारी के मामले प्रदेश में बढ़ रहे हैं और मुख्यमंत्री प्रदेश के दौरे करके जनसभाएं कर रहे हैं।उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री क्षेत्रवाद की राजनीति कर रहे हैं और राजनैतिक द्वेष के चलते कई क्षेत्रों की अनदेखी कर रहे हैं।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा किए जा रहे भेदभाव का हमीरपुर ज़िला मुख्य उदाहरण है।हमीरपुर ज़िला का दौरा यह कह कर रद्द किया गया कि करोना के मामले बढ़ रहे हैं लेकिन आज मुख्यमंत्री काँगड़ा ज़िला के दौरे पर हैं।दीपक शर्मा ने सरकार से पूछा क्या काँगड़ा में करोना मामले कम हैं? जबकि सच्चाई यह है कि मामले बढ़ चुके हैं।ऐसे में सरकार को राजनीतिक लाभ लेने के उद्देश्य से किए जा रहे दौरों को छोड़ करोना रोकथाम पर पूरा ध्यान देना चाहिए।दीपक शर्मा ने कहा कि जिस तरह से सरकार ने लापरवाही बरती है और जनता को अपने हाल पर छोड़ रखा है उससे साफ जाहिर होता है कि भाजपा सरकार का मुख्य उद्देश्य मात्र सत्तालोलुपता है।आमजन की सरकार को कोई फिक्र नहीं है।यह हिमाचल के इतिहास में सबसे निकम्मी,अनुभवहीन और असंवेदनशील सरकार है।